दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के रामलला व हनुमान गढ़ी का दर्शन करने पर भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कटाक्ष किया है उन्होंने कहा कि पहले राम को गाली देते थे अब लगता है कि राम के बगैर राम के बिना नैया पार नहीं होगी तो अयोध्या आ गए। मंगलवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में लोध-राजपूत सम्मेलन को सीएम योगी आदित्यनाथ ने ये बातें कही।
उन्होंने कहा कि छह दिसम्बर 1992 को कोई ऐसी पार्टी नहीं जिसने कल्याण सिंह को कोसा नहीं हो। अब केजरीवाल से दिल्ली संभल नहीं रही है तो रामलला की शरण में आए हैं। इनसे दिल्ली संभलती नहीं और यूपी में फ्री-फ्री की बात करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि पहले प्रदेश में रामनवमी, दुर्गापूजा, रामलीला पर कर्फ्यू लग जाता था। प्रशासन का डंडा चलता था। अब ऐसा नहीं है। वह लोग आस्था को कैद रखते थे। अब ऐसा नहीं है। आप सभी ने देखा विजयदशमी आई तो खुलकर मनाई गई, वह भी कोरोना काल में भी। और अब धूम से दीपावाली भी मनेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश तथा प्रदेश बीते कई महीनों से कोरोना वायरस संक्रमण से जूझा। पीएम मोदी के दिशा-निर्देशन में केंद्र तथा प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी से जूझते हुए सभी के प्राण की रक्षा का प्रयास किया। विपक्षी दल के नेता तो कहीं पर भी नहीं दिखे। केन्द्र व प्रदेश सरकार के साथ भाजपा व आरएसएस के लोग काम कर रहे थे। दूसरे दलों के लोग या तो घरों में सो रहे थे, या फिर आइसोलेशन में थे। अब तो चुनाव के दौरान भी उन पार्टियों को आइसोलेशन में ही रखना है। अरविंद केजरीवाल को लेकर उन्होंने कहा कि एक दिल्ली वाले हैं वो तो कोरोना में यूपी तथा बिहार के लोगों को दिल्ली से भगा दिए। चुनाव आया तो यूपी आ गए हैं। कोरोना काल में दिल्ली की सारी जनता उत्तर प्रदेश की ओर देख रही थी।