विवाद : गुर्जर राजपूत विवाद में जिले के सांसद डा महेश शर्मा हुए किनारे, ब्राह्मण नेता और क्षेत्रीय मंत्री आशीष वत्स को मंच से हटाया गया

ऐसा लगता है सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति स्थापना कार्यक्रम गौतम बुध नगर जिले के सारे राजनीतिक समीकरण ध्वस्त करके चला गया है इस पूरे कार्यक्रम को लेकर लगातार विवाद सामने आते ही जा रहे हैं अब नया विवाद इस बात को लेकर खड़ा हो रहा है कि मूर्ति स्थापना के शिलान्यास पट पर जिले के राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर का नाम तो है लेकिन जिले के लोकसभा सांसद डॉ महेश शर्मा का नाम नहीं है

सारे विवाद सम्राट मिहिर भोज के नाम के आगे गुर्जर शब्द लगाने और हटाने के बाद शुरू हुई जिसके बाद यह शिलान्यास पट का डिजाइन सोशल मीडिया पर छा गया जिसके बाद लोगों ने डॉ महेश शर्मा का नाम इस पर ना होने के ऊपर ही सवाल उठा दिया वही कार्यक्रम में मौजूद लोगों का गुस्सा इस बात को लेकर भी है क्षेत्रीय मंत्री आशीष वत्स को मुख्यमंत्री के मंच से धक्का-मुक्की के बीच उतार दिया गया । सूत्रों के अनुसार एमएलसी श्रीचंद शर्मा का नाम भी मंच पर बैठने वाले लोगों पर नहीं था बाद में उन्हें किसी तरीके से मंच पर लाया गया ।
ऐसे में ब्राह्मण समाज के कई युवाओं ने एनसीआर खबर को बताया कि जिले की राजनीति में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में जिस तरीके से ब्राह्मणों को किनारे किया गया है उससे भाजपा के ब्राह्मण सम्मान और प्रबुद्ध सम्मेलन कार्यक्रम को ही धक्का लगेगा ।
कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं के लिए ठीक से व्यवस्था ना होने को लेकर पहले ही कुछ कार्यकर्ता नाराजगी जता चुके हैं लोगो का कहना था कि कार्यकर्ताओं के लिए वहां कोई जगह निर्धारित नहीं थिजिसके कारण सुरक्षा कर्मी उनको आम जनता माना कर बाहर कर दे रहे थे।
वहीं कुछ लोग इस पूरे कार्यक्रम को सही से मैनेज ना कर पाने को दादरी विधायक तेजपाल नागर की एक बड़ी गलती मान रहे हैं क्योंकि उनको भाजपा में लाने वाले लोकसभा सांसद डॉ महेश शर्मा ही हैं ऐसे में वर्तमान सांसद का नाम जिला पटपर ना होना बड़े सवाल खड़े कर रहा है