लोटस बुलवर्ल्ड सोसाइटी में पिता पुत्र के साथ पिटाई करने वाले एजेंसी का पंजीकरण रद्द करने के लिए नोएडा पुलिस ने लखनऊ मुख्यालय को रिपोर्ट भेज दी है । पुलिस की जांच में पता लगा है की एजेंसी का पंजीकरण आगरा से और इसके संचालक का नाम अशोक कामले नोएडा में इसका ऑफिस सेक्टर 51 होशियारपुर में 30 दिसबर 2000 20 को इस एजेंसी को लाइसेंस मिला था एजेंसी के 113 वार्ड 6 सुपरवाइजर लोटस बुलेवर्ड में तैनात थे पुलिस को जांच में एजेंसी के पास किसी गार्ड का ट्रेनिंग सर्टिफिकेट नहीं मिला शारीरिक स्वास्थ्य मानव का का भी उल्लंघन मिला है
एडीसीपी रणविजय सिंह के अनुसार मामले में पसारा एक्ट के तहत सोसाइटी में सुरक्षा देने का काम करने वाली सीआई एस एस सिक्योरिटी एजेंसी की जांच की गई तो बहुत खामियां मिली हैं उसके बाद ही उसके एजेंसी का पंजीकरण रद्द करने की तैयारी की गई है
पीड़ित सुरेश कुमार को पुलिस ने किया आश्वस्त
इसी बीच लोटस गुलबर्ग सोसाइटी मामले में पीड़ित सुरेश कुमार ने एडीसीपी रणविजय सिंह से मुलाकात की यहां उन्होंने पीड़ित को आश्वस्त किया कि उनके साथ पूरा न्याय होगा
शहर में कार्यरत सुरक्षा एजेंसी चल रही है बिना कागजों के
दरअसल गौतम बुध नगर और गाजियाबाद जिले में चल रही छोटी-छोटी सुरक्षा एजेंसियों के मामले में पुलिस बेहद लापरवाह है इन सुरक्षा एजेंसियों के कागजों की कोई जांच पुलिस प्रशासन द्वारा वार्षिक तौर पर नहीं कराई जाती है ना ही इनके सुरक्षा गार्ड और सुपरवाइजरो के आपराधिक इतिहास की कोई जानकारी पुलिस के पास उपलब्ध है ।
शहर की सभी एजेंसियों की जांच के डर से सुरक्षा एजेंसियों की हुई मीटिंग
2 दिन पहले पुलिस द्वारा शहर में कार्यरत सभी एजेंसियों की जांच कराए जाने और मानकों के सही ना पाए जाने पर पंजीकरण रद्द करने की सिफारिश करने के बाद शहर की सभी सुरक्षा एजेंसियों की संस्था जनप्रतिनिधियों ने सेक्टर 35 स्थित डिस्टिक डेवलपमेंट रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष एनपी सिंह के आवास पर बैठक की जिसमें सेक्टर 5 स्थित लोटस बुलेवर्ड सोसाइटी के मामले में उनकी बात नहीं सुनी जाने की भी उपाय बात उठाई गई और यह कहा गया कि पुलिस की कार्यवाही एक तरफ है मीटिंग में शामिल प्रतिनिधियों के अनुसार शनिवार को वो सब पुलिस कमिश्नर से मिलकर अपनी बात रखेंगे