समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश विधान सभा ( UP Elections 2022) चुनाव के लिए छोटी राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन पर जोर दे रहे हैं उनका कहना है कि उन्होंने सभी बड़े राजनीतिक दलों से गठबंधन करके देख लिया और समझ गए हैं कि उनसे कोई फायदा नहीं है अखिलेश यादव की इसी प्रयास पर उनकी चिर प्रतिद्वंदी ऑफिस ले चुनाव में साथ रहे बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्षा मायावती ने ट्वीट करके छोटे दलों से गठबंधन को समाजवादी पार्टी की महालाचारी बताया है
मायावती ने ट्वीट में कहा समाजवादी पार्टी की घोर स्वार्थी, संकीर्ण व ख़ासकर दलित विरोधी सोच एवं कार्यशैली आदि के कड़वे अनुभवों तथा इसकी भुक्तभोगी होने के कारण देश की अधिकतर बड़ी व प्रमुख पार्टियाँ चुनाव में इनसे किनारा करना ही ज़्यादा बेहतर समझती हैं, जो सर्वविदित है। इसीलिए आगामी यूपी विधानसभा आमचुनाव अब यह पार्टी किसी भी बड़ी पार्टी के साथ नहीं बल्कि छोटी पार्टियों के गठबंधन के सहारे ही लड़ेगी। ऐसा कहना व करना सपा की महालाचारी नहीं है तो और क्या है?