इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और योगगुरु स्वामी रामदेव के बीच विवाद अब नोटिस और उसके जवाब की स्थिति में आ गया है । स्वामी रामदेव ने आईएमए के नोटिस के बाद स्पष्ट कहा है कि डॉक्टर्स ने नहीं बल्कि योग और नेचुरोपैथी ने कोरोना से लाखों लोगों की जान बचाई है। रामदेव ने दावा किया कि जिन लोगों का ऑक्सीजन लेवल 70 से भी कम हो गया था वे योग और नेचुरोपैथी के जरिए ठीक हुए हैं। उन्होंने साफ़ कहा कि ये दावा बिलकुल झूठ है कि कोरोना के सभी मरीजों का इलाज डॉक्टर ही कर रहे थे
आज का पोल : क्या आईएमए का स्वामी रामदेव को मानहानि का नोटिस भेजना सही है #NCRKhabar @yogrishiramdev #IMA_exposed
— NCRKHABAR (@NCRKHABAR) May 28, 2021
हिंदी अखबार दैनिक भास्कर में छपे इंटरव्यू में रामदेव ने कहा- “सिर्फ इन्हीं डॉक्टरों ने सारा इलाज किया है तो हम क्या यहां भंडारा खाने आ गए हैं?” उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने सिर्फ कुछ गंभीर मरीजों का इलाज किया है. डॉक्टर गुलेरिया ने खुद कहा है कि इस रोग से पीड़ित हुए 90% लोगों को अस्पताल नहीं जाना पड़ा, ये सभी लोग आयुर्वेद, योग और स्वस्थ जीवन शैली की वजह से ठीक हुए हैं