कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए चेस्ट फिजियोथेरपी अब संजीवनी बन रही है । कोरोना में ऑक्सीजन ना मिलने पर मौतें हो रही हैं, आईसीयू में पहुंचे मरीज का ऑक्सीजन लेवल 60 से 70 तक पहुंच जाता है इस दौरान अगर चेस्ट फिजियोथैरेपी की जाए तो मरीज को साठ से सत्तर परसेंट पर ऑक्सीजन लेवल को 96 पर पहुंचा दिया जा रहा है
क्या कहते है एक्सपर्ट ?
ग्रेटर नोएडा के एडवांस फिजियोथैरेपिस्ट डॉ रविंद्र कुमार का कहना है चेस्ट फिजियोथैरेपी की मदद से कोरोना मरीजों की सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है यह ऑक्सीजन लेवल में मददगार साबित हो रही है वह इस प्रकार काम करती है फेफड़ों के सांस को पूरी करता है फेफड़ों में जमे बलगम को ने वह बलगम को बाहर निकालने में मदद करती है हम एक बार सांस लेने में 400 से 500 मिलीलीटर वायु लेटे हैं परंतु चेस्ट छाती में कफ जमा होने के कारण सांस लेने में क्षमता 200 से भी कम होने लगती है
Ad*Are you Looking for Best physiotherapist in sector 1 Greater Noida West*
— Business with NCRKhabar (@bizNCRKhabar) May 19, 2021
*Find #Swastik Physiotherapy and wellness Centre @ Shop no-2 JS ROOP MARKET Behind Stellar Jeevan Bisrakh Greater Noida at #BusinessWithNCRKhabar https://t.co/ZlLrRhpWof Call us 9711744045 to Advertise
उन्होंने बताया ऑक्सीजन स्तर कम होने से चेस्ट फिजियोथैरेपी करने से ऑक्सीजन लेवल नियंत्रण में आ जाता है जिससे मरीज तेजी से सुधार होता है मरीज को बहुत ही आराम मिलता है कफ को ढीला कर फेफड़ों से निकलने में थेरेपी कारगर साबित हो रही है थेरेपी फेफड़ों की क्षमता बढ़ाती है जिससे ज्याद सांस भर जाती है और मरीज को बहुत ही राहत मिलती है
डॉ रविंद्र कुमार के अनुसार जिन मरीजों का एचआरसीटी स्कोर 15 से 20 रहा है फिजियोथैरेपी करने के बाद में उनको काफी रिलीफ हुआ है इसके अलावा थेरेपी कोविड-19 सांस लेने में क्षमता लेने में दिक्कत वालों को दुष्प्रभाव के साइड इफेक्ट भी कम करती है कोविड-19 मरीज को 5 से 10 दिन के थेरेपी करने के से ही रोगी सामान्य हो जाता है