उत्तर प्रदेश के भाजपा कार्यकर्ताओं के अच्छे दिन आ सकते हैं 4 साल से विभिन्न आयोगों में चल रहे पदों को भरने का आदेश फिलहाल हाईकोर्ट ने दे दिया है ऐसे में सरकार ने किस आयोग में कितने पद खाली हैं उसकी जानकारियां मांगी हैं माना जा रहा है कि 3 जून तक ऐसे पदों को भरा जाएगा
चार साल बाद शुरू हुई कवायद के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं को ये लग रहा है कि शायद अब उसकी बारी आ जाए और उसे भी पार्टी कहीं अच्छी जगह एडजस्ट करे । हालांकि सरकार की ये कवायद इसलिए नहीं है कि उसे कार्यकर्ताओं पर प्यार उमड़ आया है बल्कि बीते हफ्ते इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में एक जनहित याचिका दायर कर निगम बोर्ड आयोग में खाली पड़े पदों को लेकर सवाल पूछा गया. जिसके बाद हाईकोर्ट ने सरकार से इस में जवाब तलब किया और 3 जून तक सरकार को अपना पक्ष कोर्ट में दाखिल करना है
सरकार के मंत्री भी मानते हैं कि जब पार्टी के कार्यकर्ताओं को ऐसे किसी पद पर बैठाया जाता है तो वो उत्साहित भी होते हैं और दोगुने उत्साह से काम भी करते हैं. लेकिन, वो ये भी कहते हैं कि ज्यादातर निगम और बोर्ड में सरकार ने अध्यक्ष उपाध्यक्ष और सदस्य नामित किए हैं। कुछ जगहों पर जरूर ये पद खाली हो सकते हैं और जल्द उन्हें भी भरा जाएगा।
नोएडा से लखनऊ तक परिक्रमा शुरू
विभिन्न आयोगों में पदों के भरे जाने की सूचना मिलते ही नोएडा से लखनऊ तक नेताओं और संगठन की परिक्रमा का कार्य शुरू हो गया । कई कार्यकर्ता जो पंचायत चुनाव के बाद असंतुष्ट बैठे हैं अचानक से पार्टी परिक्रमा में फिर से लग गया लखनऊ में पार्टी के सूत्रों ने बताया कि इसको आगामी चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने का एक तरीका भी माना जा रहा है