नॉएडा और ग्रेटर नॉएडा अथारटी ने नॉएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन के निर्माण के समय ये तय किया था की एनएमआर सी ही दोनों शहरो की सार्वजानिक यातायात प्रणाली का संचालन करेगी इसमें दिल्ली मेट्रो के अलावा नॉएडा की अपनी मेट्रो और दिल्ली की ही तर्ज पर सार्वजानिक बस परिवहन प्रणाली रहेगी जिससे यूपी की आर्थिक राजधानी कहे जाने गौतम बुध नगर में निजी वाहनों को कम किया जा सके I
लेकिन अब 2021 में एनएमआरसी ने जिस तरह घाटे का कारण बता कर सार्वजानिक बस सुबिधा को बंद कर दिया गया है उससे लोगो में आक्रोश और सवाल दोनों ही उठ रहे है I लोगो का सवाल है क्या प्राधिकरण का निर्माण लोगो को सुविधाओं के नाम पर लाभ कमाने के लिए किया गया है I अगर किसी शहर की सार्वजानिक परिवहन व्यवस्था ४० साल बाद भी विकसित नहीं की जा सकी है तो उसमे दोष किसका है I
नॉएडा और ग्रेटर नॉएडा अथारटी के वर्ड क्लास सिटी के बड़े बड़े सपनो की बद्प्लत ही लोगो ने यहाँ अपनी मेहनत की कमाई से फ़्लैट खरीदे थे लेकिनअगर अब इन जगह के लिए सार्वजानिक प्रणाली ही नहीं होई तो लोग कब तक निजी ऑटो चालक और निजी ओपरेटर के हाथो लुटते रहेंगे I
नॉएडा 7X में रहने वाले ब्रजेश शर्मा सवाल उठाते हुए कहते है कि मेट्रो समय बचाने के लिए है या लुटाने के लिये है , NMRC के घटिया परिचालन और उसके कारण स्टेशन बन्द होना, पार्किंग बन्द होना, लास्ट माइल कंनेक्शन का न होना,बस का घाटे में चलना के मूलभूत कारण पर जोड़ डालने की जरूरत है।
लोगो ने एनएमआरसी पर सवाल उठाते हुए शहर के विधायक पंकज सिंह और सांसद डा महेश शर्मा से इस मामले में दखल देने की मांग की है I सार्वजानिक परिवहन प्रणाली कोरोना काल से पहले लोगो को कम से कम ला जा रही थी I ऐसे में कोरोना के बाद एक दम से बिना उसका विकल्प लाये बंद करना अधिकारियों की मानसकिता को दर्शाता है I