जिलाधिकारी सुहास एल वाई के नेतृत्व में भू माफियाओं के विरुद्ध जिला प्रशासन की बड़ी कार्यवाही की गयी है I सुचना अधिकारी राकेश चौहान के अनुसार ग्राम नंगली सागपुर, परगना दादरी, तहसील सदर, जनपद गौतमबुद्धनगर में लगभग 400 करोड़ रूपये कीमत की 161 एकड़ भूमि से अवैध कब्जेदारो का नाम खारिज कर रक्षा मन्त्रालय, भारत सरकार का नाम दर्ज किया गया है। आपको बता दें कि वर्ष 1950 मे ग्राम नंगली सागपुर में फील्ड फायरिंग एव बाम्बिंग रेंज तिलपत की स्थापना के लिए कुल 482 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया था।
लेकिन अधिग्रहण आदेश का अमलदरामद राजस्व अभिलेखों में न हो पाने के कारण भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर भू-माफियायो द्वारा फार्म हाउसेज बनाकर विक्रय कर दिये गये । उनके द्वारा अनजान नागरिकों को धोखे में रखकर रक्षा मंत्रालय की भूमि पर अवैध फार्म हाउसेज बनाकर बेचे गये हैं।
सहायक अभिलेख अधिकारी, गौतमबुद्धनगर के न्यायालय में रक्षा सम्पदा अधिकारी, रक्षा मन्त्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर उक्त भूमि पर अवैध रूप से दर्ज खातेदारो के नाम निरस्त कर रक्षा मन्त्रालय का नाम दर्ज करने की प्रार्थना की गयी थी। उक्त प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए ग्राम नंगली सागपुर की 161 एकड़ भूमि पर खतौनी में 26 खातो पर विगत 70 वर्षो से अवैध रूप से दर्ज व्यक्तियों के नाम निरस्त कर दिये गये है तथा उक्त भूमि पर रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार का नाम दर्ज कर दिया गया है।
वर्तमान बाजारी दर पर उक्त भूमि का मूल्यांकन लगभग 400 करोड़ रूपये है। इस आदेश के बाद यमुना खादर में अवैध रूप से प्लाॅटिंग कर रहे भू-माफियाओ की गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगेगा। राजस्व अभिलेखो में नाम दर्ज हो जाने के बाद रक्षा मंत्रालय की ओर से प्रश्नगत भूमि पर कब्जा लिए जाने की तैयारी शुरू कर दी गयी है।शासन तथा जिलाधिकारी, गौतमबुद्धनगर के निर्देशों के क्रम में जनपद गौतमबुद्धनगर में भू-माफियाओं तथा अवैध अतिक्रमण ले खिलाफ अभियान सतत रूप से चलता रहेगा।