अक्सर अपने बच्चों के लिए निजी और महंगे स्कूलों को ही सुरक्षित मानकर इन स्कूलों में भेजने वाले अभिभावकों के लिए यह घटना एक चेतावनी की तरह है । ग्रेटर नोएडा के एक नामी स्कूल में पढ़ने वाले 6th क्लास के छात्र ने चाइल्ड हेल्प लाइन पर कॉल करके अपने डिप्रेशन और बीमार रहने की जानकारी दी है टीम ने काउंसलिंग की तो पता लगा बच्चा बीते 3 साल से दुष्कर्म का शिकार हुआ है
जानकारी के अनुसार बच्चे के सारे स्कूल में पढ़ने वाले 12वीं के सीनियर छात्र ने उसके साथ ही हरकत की है दोनों एक ही बस में स्कूल आते जाते थे आरोपी छात्र पहले बच्चे के पड़ोस में ही रहता था पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज कर आरोपी छात्र को बाल सुधार गृह भेज दिया है
इस घटना का भयावह पक्ष यह है कि शुरू पहली क्लास में पढ़ने गया बच्चा इतना छोटा था कि वह अपने साथ हुए बात को अपने पेरेंट्स को समझा भी नहीं पा रहा था । ऐसे में बड़े महंगे निजी और धर्म विशेष के स्कूलों को ही बेस्ट मानने वाले लोगों के लिए यह घटना आंख खोलने वाली है
मनोवैज्ञानिकों के अनुसार यह घटना बताती है कि स्कूल का महंगा और निजी होना महत्वपूर्ण नहीं है जबकि आपके बच्चे के साथ आपका संवाद होना महत्वपूर्ण है। नोएडा ग्रेटर नोएडा जैसे औद्योगिक शहर में अक्सर लोग अपनी नौकरी और रोजगार के चक्कर में बच्चों से संवाद करना बच्चों पर ध्यान देना बिल्कुल छोड़ देते हैं और बदलते परिदृश्य में इंटरनेट के बढ़ते दुष्प्रभावों से ऐसी घटनाएं अब आम हो चली है किसी नामी स्कूल के अंदर ऐसी घटना कोई पहली बार नहीं हुई है लगातार बीते कई सालों में ऐसी घटनाओं के जानकारियां आती रही है ऐसे में अभिभावकों के सामने अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर एक ही तरीका है कि वह बच्चो से बेहतर संवाद करें और उनमें हो रहे परिवर्तनों पर ध्यान दें