क्या नागरिकता संशोधन कानून यानी सीए और एनआरसी के नाम पर एक बार फिर से शाहीन बाग और जामिया नगर में धरना प्रदर्शन शुरू हो सकता है किसान आंदोलन के 20 दिनों के बाद दिल्ली पुलिस की खुफिया रिपोर्ट तो यही कह रही हो बताया जा रहा है कि जेएनयू के छात्र इस तरह के कदम उठा सकते हैं जिसके बाद जामिया नगर और शाहीन बाग में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है
बीते साल इन्हीं दिनों में शाहीन बाग में सीए के विरोध में धरना प्रदर्शन चालू हुआ था जिसके कारण लगातार दो महीनों तक कालिंदी कुंज से दिल्ली जाने वाला मार्ग बंद हो गया था किसान आंदोलन के कारण पहले ही कई जगह बंद हो चुकी हैं ऐसे में सरकार को आशंका है कि सरकार विरोधी तत्व फिर से शाहीन बाग और जामिया नगर में बैठ सकते हैं
वहीं दक्षिण पूर्व दिल्ली के डीसीपी आरपी मीणा के अनुसार 15 दिसंबर को शाहीन बाग धरना शुरू होने का 1 वर्ष पूरा हो रहा है जिसके कारण इतिहास के तौर पर यहां पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं