जब दुनिया में कोरो ना वैक्सीन के आने की संभावनाओं का आखरी चरण शुरू हो गया है तब अमेरिकन कंपनी फाइजर के पूर्व उपाध्यक्ष और मुख्य वैज्ञानिक ने कोरो ना महामारी के प्रभावी ढंग से खत्म का होने दावा कर दिया है।
उन्होंने कोरो ना के लिए किसी भी प्रकार की वैक्सीन के इस्तेमाल की जरूरत को ही खारिज कर दिया है । डॉ यॉर्डन के अनुसार कोविड-19 की पहचान करने के लिए जिस टेस्ट rt-pcr का इस्तेमाल किया जा रहा है और जो पॉजिटिव परिणाम दे रहा है वह तब भी ऐसे पहुंचती परिणाम देगा जब तक कोई व्यक्ति सामान्य ठंड के कारण करुणा बारिश से संक्रमित होगा इसलिए यह परीक्षण बहुत कम विश्वसनीय हैं
हालांकि फाइजर खुद दावा के वकसीन को जल्दी ही लांच करने की तैयारी में है और उसका दावा है कि ये ज्यादा असरदार है। वहीं भारत मैं भी 3:00 वैक्सीन पर चल रहा काम अंतिम चरण में है प्रधानमंत्री मोदी खुद इन पर नजर रखे हुए हैं और माना जा रहा है की साल के पहले महीने में यह वैक्सीन आ जाएंगे भारत में इनके प्रबंधन के लिए हैं की तैयारी शुरू हो गई है और एक सिस्टम डिवेलप किया गया है जिसका नाम कोविन रखा जा रहा है