कोरोना की वैक्सीन आने की जानकारी के बीच ही दुनिया भर में इस बात पर भी रिसर्च जारी है कि वैक्सीन आने तक सर्दियों में कोरोना का क्या प्रभाव होगा I दुनियाभर में अब तक कोरोना से लगभग 11 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। जानकारों के मुताबिक़ अभी तक यह वायरस एयरोसॉल पार्टिकल्स के जरिए गर्मियों में फैल रहा था। अब मौसम में बदलाव से स्नायुतंत्र से बाहर आने वाली छोटी बूंदों के जरिए इसका फैलना सर्दियां आने के साथ बढ़ सकता है।
Nano Letters जर्नल में छपी एक ताजा रिसर्च में जताई गई एक आशंका के अनुसार कोरोना वायरस इन्फेक्शन का खतरा गहराने की आशंका सर्दियों में और भी ज्यादा हो सकता है
इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अभी सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जिन नियमों का पालन किया जा रहा है वे पर्याप्त नहीं हैं। रिसर्चर यानयिंग झू ने कहा कि उनकी स्टडी में ज्यादातर मामलों में यह पाया गया कि ये बूंदें 6 फीट से ज्यादा दूर तक जा सकती हैं। उनका कहना है कि ऐसे में वायरस कई मिनट से लेकर एक दिन तक संक्रामक हो सकता है। झू ने कहा कि यह एक कारण हो सकता है कि कई जगहों पर मीटर प्रोसेसिंग प्लांट से कई लोगों को इन्फेक्शन की खबरें सामने आई हैं।
वैज्ञानिक के अनुसार गर्मियों में एयरोसॉल ट्रांसमिशन ज्यादा खतरनाक होता है और सर्दियों में ये बूंदें। इसके साथ ही यह समझने की जरूरत है कि अपनी जगह के तापमान और मौसम के हिसाब से लोगों को उचिव बचाव करना होगा जिससे वायरस को फैलने से रोका जा सके। वैज्ञानिकों का कहना है कि ठंडे और नम कमरों में सोशल डिस्टेंसिंग ज्यादा हो।