उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री कमल रानी वरुण का रविवार को कोरोना से निधन हो गया। उनका इलाज लखनऊ के एसजीपीआई अस्पताल में चल रहा था। उत्तर प्रदेश में किसी मंत्री की कोरोना से यह पहली मौत है।
कमल रानी वरुण योगी सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री थीं। राज्यमंत्री कमल रानी वरुण की तबीयत खराब होने के बाद उनका सैंपल जांच के लिए सिविल अस्पताल में भेजा गया था।
ग्रेटर नॉएडा के शिक्षक नेता ए के सिंह ने कहा श्रीमती कमल रानी वरुण एक संजीदा मंत्री थी। समस्याओं को ध्यान पूर्वक सुनना व उनके निराकरण के प्रयास सराहनीय थे। दो बार की एमपी और कैबिनेट मिनिस्टर होने के बावजूद भी उनमे सादगी व सौम्यता कूट-कूट कर भरी थी। कानपुर के छोटे से मकान में रहने वाली आम आदमी के जीवन जीने वाली को कोरोना के काल ने निगल लिया। व्यक्तिगत तौर पर मैं उनसे कई बार मिला । शिक्षकों की हितों की रक्षा के लिए उन्हें कई कदम उठाए। उनके असामयिक मृत्यू से मैं स्तब्ध हूं । मेरे पास शब्द नहीं है कि मैं क्या लिखूं । बस दिवंगत आत्मा को प्रभु अपने चरणों में उच्च स्थान दे यही कामना करता हूं।