गौतम बुध नगर में इलाज के अभाव में गर्भवती महिला की एंबुलेंस से नोएडा के विभिन्न अस्पतालों में रेफर करने और उसके बाद इलाज ना हो पाने पर मृत्यु हो जाने की घटना की जांच की रिपोर्ट जिलाधिकारी ने प्रमुख सचिव को भेज दिया जिसके बाद रिपोर्ट के अनुसार बताया गया कि सेक्टर 24 नोएडा में सारी सुविधाएं और वेंटिलेटर की सुविधा के बावजूद महिला को राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान जेम्स रेफर किया गया और उसके बाद एंबुलेंस द्वारा सेक्टर 30 संयुक्त चिकित्सालय में बाहर छोड़ देने वाले कर्मचारी और चिकित्सक को उत्तरदाई माना गया है
जांच के अनुसार संबंधित मरीज यदि जिला अस्पताल में इलाज के योग्य नहीं होता है तो हायर सेंटर पर उचित व्यवस्था के साथ रेफर करने का निर्णय ड्यूटी पर तैनात संविदा कर्म कर्मियों द्वारा ना होकर किसी सक्षम अधिकारी द्वारा लिया जाना होता है ऐसे में बिना अधिकारी को बताएं संविदा कर्मचारियों द्वारा मरीज को वापस कर देने पर गलत बताया गया है जिलाधिकारी की जांच में यह बताया गया कि बार-बार लोगों को बताने के बावजूद इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति होती रहती है और यह इस covid काल में भी हो रही थी
इसलिए वर्तमान की घटना में लापरवाही को देखते हुए जिला अस्पताल सेक्टर 30 नोएडा में कार्यरत स्टाफ नर्स रोज वाला, वार्ड आया अनीता के विरुद्ध कार्य वही के आदेश दिए साथ ही मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ वंदना शर्मा को भी किसी और स्थान पर स्थानांतरण करते हुए इस पद पर योग्य चिकित्सक की तैनाती करने के लिए प्रमुख सचिव चिकित्सा ईवीएम स्वास्थ्य उत्तर प्रदेश से अनुरोध किया गया है
इसके साथ ही जांच में गाजियाबाद के निजी अस्पताल द्वारा भी लापरवाही बरतने का प्रकरण सामने आया है जिसके विरुद्ध कार्यवाही हेतु डीएम गाजियाबाद को अनुरोध कर दिया गया है