कोरोना से लड़ाई में बीते 50 दिनों में अनगिनत नायक दिल्ली एनसीआर में उभर कर आए। ऐसे ही नायकों की अनकही कहानियां हम एनसीआर खबर पर ला रहे है । कुछ नायक हमने चुने है कुछ की जानकारी आप देंगे ताकि हम सभी नायकों को आप तक पहुंचा सके I आज की कड़ी में हम आपको बता रहे हैं भाजपा के बिसरख मंडल के उपाध्यक्ष देवराज नागर के बारे में
महाभारत युद्ध की घोषणा हुई तो सभी राज्यों के राजा अपना-अपना पक्ष तय कर रहे थे। कोई कौरवों की तरफ था, तो कोई पांडवों की तरफ। इस दौरान कई ऐसे भी राजा थे जिन्होंने कहा कि इस युद्ध में लाखों योद्धा शामिल होंगे और युद्ध करेंगे लेकिन इनके लिए भोजन का प्रबंध कैसे होगा? बिना भोजन के तो कोई योद्धा लड़ ही नहीं पाएगा। मैं चाहता हूं कि दोनों पक्षों के सैनिकों के लिए भोजन का प्रबंध मैं करूं। श्रीकृष्ण ने उडुपी के राजा को इसकी अनुमति दे दी।
कोरोना संकटकाल में जब गरीब असहाय लोगो की मदद की बात आई तो मंडल की माँ सीता रसोई में पहले दिन से ही सभी प्रकार की व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी स्वतः ही लेकर देवराज नागर ने कोराना के इस महाभारत में रोज बांटने वाले खाने के अनुमान की ज़िम्मेदारी ले ली । उडुपी के राजा की तरह देवराज नागर भी प्रतिदिन बनने वाले भोजन और उसके लिए की जाने वाली सभी तैयारी एक दिन पहले ही तय कर लेते थे। और माँ सीता की कृपा देखिए कि कभी भी माँ सीता रसोई में पैकेट ना कम हुए और ना ही ज्यादा ।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गांव रोजा याकूबपुर में जन्म लेने वाले देवराज नागर बचपन से ही गांव में सभी की सहायता करने में सबसे आगे रहते थे। गांव के ही जनता इंटर कॉलेज से पढ़ाई करने के बाद गाजियाबाद के एमएमएच कॉलेज से स्नातक की डिग्री ली और अपने निजी व्यवसाय को जमाने मे जुट गए। गांव में जहां विकास की बात एक सपने जैसी होती है अपने बड़े भाई जो कि गांव के प्रधान भी थे अजय प्रधान जी के साथ गांव के विकास कार्यों में जी जान से लग गए। बढ़ते शहरीकरण और गांव से प्रधानी खत्म होने के बाद जब गांव का विकास एक सपने की भांति हो गया तो गांव के युवाओं के साथ मिलकर लगातार प्रयत्नशील रहे।
2009 लोकसभा चुनावों में जिस समय लगभग पूरा क्षेत्र गैर भाजपाई नेताओं से अटा पड़ा था उस समय भी देवराज नागर अपने युवा साथियों के साथ मोदीजी से प्रभावित होकर भाजपा का झंडा थामे खड़े रहे।
2014 और बाद में 2019 चुनावों में सक्रिय रूप से भाजपा को जिताने के लिए जी तोड़ मेहनत करी। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की हाईराइज सोसायटी में शिफ्ट होने के बाद भी ग्रामीण क्षेत्र से जुड़ाव और उसके विकास को लेकर चिंतन मनन लगातार जारी रहा।
लेकिन स्वयं को मात्र कार्यकर्ता के रूप में सीमित रखने वाले उत्साही युवा को 2020 में जब बिसरख मंडल अध्यक्ष रवि भदौरिया ने मंडल के उपाध्यक्ष पद पर नियुक्त किया तो जैसे अंदर छुपी लीडरशिप और नेतृत्व क्षमता को नई उड़ान मिल गई। वो लगातार भाजपा के विस्तार की रणनीति को ग्रेटर नॉएडा वेस्ट में बढ़ाने में लगे हुए हैं
कोरोना के संकट के बीच भी लगातार कोरोना योद्धा के रूप में डटे रहे। एनसीआर खबर उन्हें कोविड के नायक सम्मान से सुशोभित कर गर्व महसूस कर रहा है