माननीय , प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज कोरोना वाईरस के खिलाफ की लडाई मे संदेश दिया है की ५ अप्रेल रविवार रात ९ बजे ९ मिनिट तक सभी अपने घर की सभी लाईट बंद कर दीप जलाये।
एक धर्म निरपेक्ष संविधान के चलते प्रधानमंत्रीजी अपना पुर्ण संदेश नही दे सकते है तो उनका पुर्ण संदेश कुछ ईस तरह समझे।
कोरोना वाइरस दिसम्बर २०१९ की २६ तारीख के सुर्यग्रहण के पश्चात् राहु के बलवान प्रभाव मे फैला है।ज्योतिष मे राहु अंधकार का कारक ग्रह है। दीप ज्योति को हमारे धर्म शास्त्र मे साक्षात् परब्रह्म कहा है।(पाश्चात्य जगत के प्रभाव मे आजकल हिंदू जन्मदिन दीप ज्योति को बुझा कर मनाते है) अंधकार को हटाने, कोरोना को हराने के लिये दिप अवश्य जलाये।
दीप जलाकर यह श्लोक अवश्य पढे।
शुभं करोतु कल्याणमारोग्यं धनसंपदा ।
शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपज्योतिर्नमोऽस्तु ते ॥
दीपज्योतिः परब्रह्म दीपज्योतिर्जनार्दनः ।
दीपो हरतु मे पापं दीपज्योतिर्नमोऽस्तु ते ॥
हे दीपज्योति ! तू हमारा शुभ करनेवाली, कल्याण करनेवाली, हमें आरोग्य और धनसंपदा देनेवाली, शत्रुबुद्धि का विनाश करनेवाली है । दीपज्योति, तुझे नमस्कार ! तू परब्रह्म है, तू जनार्दन है, तू हमारे पापों का नाश करती है, तुझे नमस्कार !
तत्पश्चात घर के सभी सदस्य मिलकर पुरी पीठ के जगतगुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती अौर द्वारका अौर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वरुपानंद सरस्वती महाभाग के मार्गदर्शन अनुसार
अच्युताय नमः
अनंताय नम:
गोविंदाय नम:
का यथाशक्ति जप करे।
शास्त्र मे कहा है…
अच्युतानन्त गोविन्द
नामोच्चारण भेषजात्
नश्यन्ति सकल रोगः
सत्यं सत्यं वदाम्यहम्
अच्युतानन्तगोविन्द विष्णो नारायणामृत
रोगान्मे नाशयाशेषान आशु-धन्वन्तरे हरे
अच्युतानन्त गोविन्द विष्णो धन्वन्तरे हरे
वासुदेवाखिलानस्य रोगान् नाशाय नाशाय
सोमनाथं वैद्यनाथं धन्वन्तरिमथाश्विनौ
एतान् संस्मरतः प्रातः व्याधिः स्पर्श न विद्यते
विज्ञान भी हार चुका है अब केवल भगवान की शरणागति ही प्रकृति के कोप से भारत अौर विश्व की रक्षा कर सकती है।
रविशराय गौड़
ज्योतिर्विद
अध्यात्मचिन्तक