एनसीआर खबर डेस्क I गौतम बुध नगर में चुनावी मोहोल गर्म हो गया है इसी के साथ शहर में लगभग १.५ लाख से ज्यदा वोटर वाले कायस्थ समाज की उपेक्षा पर चर्चाये भी शुरू हो गयी है I बेहद पढ़े लिखे कौम के तोर पर जाने जाने वाले कायस्थ समाज से यु तो शहर में बहुत से नाम है जो प्रशासनिक सर्विसेज, समाज सेवा, राजनीती और संस्कृति में अपना प्रभाव रखते है I लेकिन मामला जब वोटो की हिस्सेदारी का आता है तो ब्राह्मण , गुर्जर और यादव वोटो की सौदेबाजी में खुद को पीछे पाता है
हमेशा कांग्रेस और बीजेपी में के साथ रहने वाले कायस्थ समाज के कुछ प्रमुख नेता दोनों ही पार्टियों में काफी समय से रहे है I एक बार निर्दलीय चुनाव भी लढ़ चुके और सांस्कृतिक कार्यक्रमो में ३० सालो से जुटे अशोक श्रीवास्तव जहाँ कांग्रेस के समर्थक माने जाते है वहीं सामाजिक कार्यो में अपना स्थान बनाने वाले डा राजन श्रीवास्तव, ज्योति सक्सेना, महेश सक्सेना, आर एन श्रीवास्तव और ओम रायजादा जैसे नाम बीजेपी के समर्थक लोगो में गिने जाते है I इनके अलावा गौतम बुध कायस्थ महासभा के आशु भटनागर , अम्बुज सक्सेना , संजय श्रीवास्तव, अतूल श्रीवास्तव अभी तक अपनी तटस्थ द्रष्टिकोण के लिए आगे आये है I
राजनैतिक नेताओं को देखे तो राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा, पूर्व वित्त मंत्री बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा, उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह जैसे तमाम लोग नॉएडा में ही रहते है I
ऐसे में इस बार जब बीजेपी में शहर से विपिन मल्हन , कैप्टन बिकास गुप्ता और नबाब सिंह नागर जैसे सामाजिक, व्यापारिक और राजनैतिक प्रष्टभूमि से जुड़े लोगो लाभ वाले पदों से नवाज़ा गया तो ये उम्मीद की जा रही थी कम से कम डा राजन श्रीवास्तव को डा महेश शर्मा की नजदीकियों और गौतम बुध नगर में उनके किये सामाजिक कार्यो के लिए तो इस बार ज़रूर कहीं कोई पद मिलेगा I
लेकिन लिस्ट के आने के बाद इस बारे में कोई भी कायस्थ नाम नहीं मिलने पर कायस्थों को निराशा ही हुई I गौतम बुध नगर कायस्थ महासभा के संयोजक आशु भटनागर का इस पर कहना था कायस्थों का एक बड़ा हिस्सा बीजेपी का ही समर्थक है ऐसे में किसी भी कायस्थ सामाजसेवी , नेता को गौतम बुधनगर से ना चुना जाना सोचने पर मजबूर करता है I विधान सभा चुनावों के दौरान भी कायस्थों ने राजन श्रीवास्तव के साथ बीजेपी में प्रभाव के चलते वोट दिया था I बता दें की विधान सभा चुनावों में भी कायस्थों की उपेक्षा से क्षुब्ध होकर कायस्थ समाज ने बहिष्कार की घोषणा की थी जिसके बाद बीजेपी ने राजन श्रीवास्तव के जरिये ही आशु भटनागर को इस बात के लिए मनाया था
शहर की एक महिला समाजसेवी ने कहा कि डा महेश शर्मा की राजनीती में ब्राह्मण ही हर जगह छाए रहते है I कायस्थों का उपयोग सिर्फ बेंच बटवाने या समाज सेवा के लिए ही किया जाता है I
गौतम बुध नगर कायस्थ महासभा के कार्यकारी कोषाध्यक्ष अम्बुज सक्सेना इस पर अपनी बात रखते है की बीजेपी ने नीते १० सालो में कायस्थों से सिर्फ वोट लिया है जब देने की बारी आती है तो उनको कायस्थ बीजेपी के बंधुआ वोटर नजर आने लगती है I ऐसे में जल्द ही इसको लेकर एक मीटिंग बुलाई जा रही है जिसमे उसी पार्टी को वोट देने की अपील की जायेगी जो कायस्थों को उचित मान सम्मान और प्रतिनिधित्व देने की बात करेगी
एनसीआर खबर लोकसभा चुनावों पर विशेष कवरेज कर रहा है आप राजनैतिक खबरे , विज्ञापन भेजने के लिए आप हमें 9654531723 पर काल या व्हाट्सअप्प कर सकते है I