मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का किया अनावरण,दादरी विधान सभा मे 12 करोड़ 12 लाख की योजनाओं का किया शिलान्यास, बाद में विधायक तेजपाल नागर का हुआ विरोध

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दादरी पहुंचे जहां उन्होंने सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया । इसके साथ ही उन्होंने दादरी विधान सभा मे 12 करोड़ 12 लाख की योजनाओं का भी शिलान्यास किया । उन्होंने सम्राट मिहिर भोज को महान बताते हुए कहा कि 9वी शताब्दी में हुए सम्राट मिहिर भोज किसी जाति परिवार के नही बल्कि पूरे समाज के थे
अपने भाषण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाज महान पन्ना ध्याय के बलिदान को याद करता है । हम सभी के लिए राष्ट्रधर्म सबसे पहला धर्म होना चाहिए। अगर देश की सुरक्षा पर कोई आंच आई, तो हम सब सुरक्षित नहीं होंगे । देश में गुलामी का कारण एक ही था क्योंकि हम अलग-अलग थे। हम जाति के बंधन में बंधे थे। हम संप्रदाय के बंधन में बंधे थे। कोई भी विदेशी आक्रांता आता था, वो हमारी बहू-बेटियों के साथ छेड़छाड़ करता था उन्होंने इसी में।आगे जोड़ते हुए कहा कि 2017 में भाजपा सरकार बनने से पहले यहां कांवर यात्रा, दुर्गा पूजा की परमिशन नही मिलती थी ।
सांसद सुरेंद्र नागर कें कहने पर पहला काम किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण यहां से राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर के बारे में बताते हुए कहा यहां पर हमारे साथी सुरेंद्र नागर बैठे हुए हैं सरकार बनने के बाद हमको पता लगा कि इनका दूध का व्यवसाय है चर्चा में इनको दुग्ध व्यवसाय के विसात्र को कहा तो इन्होंने बताया कि पशुधन को काट दिया जाता है ऐसे में डेयरी में दूध कहां से बढ़ेगा इसके बाद हमने संकल्प लिया और 2017 में सरकार बनने के बाद सबसे पहला काम पशुधन को कोर्ट में काटने पर रोक लगाकर किया
कार्यक्रम स्थल पर सम्राट मिहिर भोज के नाम।से पहले गुर्जर हटाने और लगाने पर रहा विवाद, विधायक तेजपाल नागर का विरोध
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण करके तो चले गए हैं लेकिन विवादों का दामन नहीं छूट रहा है कार्यक्रम स्थल पर युवा अध्यक्ष सत्येंद्र खटाना सम्राट मिहिर भोज के नाम से पहले गुर्जर शब्द की चिट लगाते हुए एक वीडियो में नजर आए जिसके बाद हंगामा हो गया जानकारी के अनुसार शिलान्यास के पत्थर पर गुर्जर शब्द लिखा गया था जिसको रात में पेंट से काला कर दिया गया गुर्जर समुदाय को जब यह बात पता लगी तो लोगों ने इस बात को लेकर हंगामा किया और कार्यक्रम खत्म होने के बाद भाजपा के विरोध में नारे भी लगाए। अपुष्ट जानकारी के मुताबिक गुर्जर समाज के लोगों ने गुस्से में विधायक तेजपाल को समाज का गद्दार भी बताया और उनके साथ धक्का-मुक्की भी की है जिसके बाद उनको बड़ी मुश्किल से वहां से सुरक्षित निकाला गया