एन सी आर खबर डेस्क नोएडा। डायालिसिस के पीड़ित एक परिवार के लिए शहर के प्रतिष्ठित सम्मान “नॉएडाश्री” सम्मान से सम्मानित समाज सेवी राजन श्रीवास्तव एक बार फिर से भगवान बन कर साथ आये और परिवार की आर्थिक मदद की I ग्रेटर नॉएडा में रहने वाले अनिल कुमार श्रीवास्तव ने एन सी आर खबर को बताया की बीते दिनों स्कुलो में अप्रत्याशित तरीके से बेतहाशा फीस वृद्धि को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा था I जिसके बाद एक समाचार पत्र ने उसकी खबर दी I
खबर को देख कर नॉएडा के समाजसेवी राजन श्रीवास्तव ने तुरंत इस खबर पर एक्शन लेते हुए अपने सहायक को उनके घर भेज कर अनिल कुमार श्रीवास्तव की ५० हजार रूपए की आर्थिक मदद की और उनके बच्चो की फीस और इलाज के ना रुकने देने की बात कही I
गौरतलब है कि 2012 से डायलिसिस सपोर्ट पर अनिल कुमार श्रीवास्तव तीन साल पहले गुर्दा प्रत्यारोपण भी करवा चुके है, प्रत्यारोपित गुर्दा ढाई महीने बाद फेल हो गया था जिसके बाद पुनः डायलिसिस सपोर्ट पर आ गए थे।इस गम्भीर बीमारी के चलते अनिल के पिता का देहांत भी हो गया था।एक छोटी सी दुकान के सहारे परिवार का भरण पोषण व मायावती सरकार ड्रीम प्रोजेक्ट वाले नोएडा-ग्रेटर नोइडा प्राधिकरण द्वारा संचालित मॉडल स्कूलों में बच्चो की शिक्षा चल रही थी जिसमे इस सत्र10 वर्षीय बिटिया अक्षरा श्रीवास्तव ने सावित्रीबाई फूले बालिका इंटर कालेज की कक्षा4 में प्रथम स्थान व बेटे ने गौतमबुद्धनगर बालक इंटर कालेज के कक्षा 2 में 96.6 प्रतिशत के साथ विशेष स्थान प्राप्त किया था।
अनिल श्रीवास्तव ने इसके बाद राजन श्रीवास्तव का आभार प्रकट करते हुए कहा
“नाम तो काफी सुना था लेकिन विषम परिस्थिति में फरिश्ता बन कर सामने आए नोएडा के लोकप्रिय समाजसेवी आदरणीय राजन कुमार श्रीवास्तव से यूँ फोन पर बात होगी विश्वास नही हो पा रहा था।पिछले कुछ दिनों से अपनी गम्भीर बीमारी और प्रतिभाशाली बच्चो की शिक्षा को लेकर बेहद तनावग्रस्त था जिसके चलते डायलिसिस के दौरान आपातकालीन वार्ड का मुंह भी देखना पड़ा।आज मेरी आर्थिक व शारीरिक स्थिति का हवाला देते हुए मेरी व्यथा को लोकप्रिय राष्ट्रीय हिंदी दैनिक नवभारत टाइम्स ने प्रमुखता से छापा।मेरी आर्थिक, पारिवारिक व शारीरिक स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए समाज मे उत्कृष्ट कार्य कर रहे समाजसेवी आदरणीय राजन श्रीवास्तव ने मोबाइल द्वारा कुशलता पूछी और आर्थिक अभाव में रुके कार्यो के निमित्त आनन फानन में सेक्टर 55 स्थित कार्यालय प्रभारी संजय को स्थिति का जायजा लेने भेजा।जहा विषम परिस्थितियों को देखते हुए 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता करते हुए कहा कि डायलिसिस जैसी गम्भीर बीमारी का इलाज और शिक्षा किसी कीमत पर नही रुकनी चाहिए।
आदरणीय राजन सर द्वारा फौरी तौर पर पहुंचाई गई इस आर्थिक सहायता के लिए मैं सपरिवार कृतज्ञता के साथ उनका आभार व्यक्त करता हूँ।”