पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है. आज से काफी सालों पहले भारत की कई जगहों के बारे में लोग जानते तक नहीं थे, अब उन जगहों को बेहतरीन पर्यटन स्थलों में गिना जाता है. उन जगहों को पर्यटन में ढालने के लिए कई कदम उठा जा रहे हैं. इसी तरह ओडिशा के कोर्णाक मंदिर में पर्यटन सुविधा केंद्र का उद्घाटन किया गया है.
उत्कल दिवस के जश्न के मौके पर कोणार्क के सूर्य मंदिर में एक अत्याधुनिक पर्यटन सुविधा केंद्र का उद्धघाटन किया गया है. राज्य की राजधानी भुवनेश्वर से करीब 65 किलोमीटर दूर स्थित यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के मध्य में 45 करोड़ रुपये की लागत से बने सुविधा केंद्र में मंदिर की अद्भुत वास्तुशिल्प विशेषताओं को दर्शाया गया है. इस केंद्र को खासतौर पर पर्यटकों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है.
कोर्णाक मंदिर में क्या है खास
कोणार्क में उन पर्यटकों के लिए बहुत कुछ है, जो यात्रा के अलावा ‘कुछ खास’ और रोचक की तलाश करते हैं. कोणार्क का सूर्य मंदिर कामुकता को भी एक नई परिभाषा देता है. यहां बनी मूर्तियों में बड़ी ही खूबसूरती के साथ को दर्शाया गया है.
कोणार्क का मंदिर, मंदिर में लगा चुम्बक, संध्या के बाद नृत्य करती हुई आत्माओं के पायलों की झंकार, आत्महत्या, मंदिर होते हुए भी आज तक पूजा का न होना ये सब वो बातें हैं जो हर उस व्यक्ति को कोणार्क जाने के लिए प्रेरित करेंगी.