नोएड़ा हर बार की तरह आज भी एक परिवार एक बड़े हादसे का शिकार होते होते बचा आपको बता दे सेक्टर 76 स्थिति स्काइटेक मर्रोट नाम से एक प्रोजेक्ट है जिसकी कंस्ट्रक्शन क़्वालिटी को लेकर पूरी सोसायटी में चर्चा होती रहती है निवासियों के मन मे हमेशा डर रहता है अब किसी और के घर की छत का प्लास्टर न गिर जाए, बच्चे खेलने से डरते है, आपको याद होगा अभी कुछ दिन पहले ही एक कार पर छज्जा आकर गिरा था जिस से कार पूरी तरह दुर्घटना ग्रस्त हो गयी थी और ये आज तीसरी घटना हो गयी, ये घटना दिखाती है कि बिल्डरो ने प्राधिकरण की मदद से किस तरह की क़्वालिटी के नियमों की धज्जियां उड़ाई है फ्लेट न० ई 504 में मटिका गर्ग रहती है उन्होंने बताया कि अचानक प्लास्टर गिरने से कुछ देर तक तो हम सदमे में बने रहे कि ये हुआ क्या आखों में अंधेरा छा गया और मिट्टी को धुँआ चारो तरफ था
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया कि पिछली बार जब घटना घटित हुई थी तब स्वयं वहाँ जाकर देखा था कि बिल्डर ने बहुत ही घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया था, तब भी प्राधिकरण के सभी अधिकारियों को अवगत कराया था, लेकिन प्राधिकरण ने कोई सर्वे नही कराया सोसायटी का, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि न बिल्डर और न ही प्राधिकरण के अधिकारी निवासियों की समस्याओं पर किसी तरह का न तो रहम खा रहे है न कोई कार्यवाही कर रहे है, योगी सरकार को जनता की रक्षा के लिए बिल्डरों की क़्वालिटी की जांच करानी चाहिए नही तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है उसकी सीधी ज़िम्मेदारी सरकार की होगी ।
स्काइटेक मर्रोट आर०डब्ल्यू०ए० के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह ने बताया कि ये अब नई बात नही लगती हम सभी निवासी अब ख़तरों के खिलाड़ी हो गए है, बिल्डर को हर बार खबर की गई लेकिन कभी वो सोसाइटी में देखने तक नही आए, सोसाइटी में जगह जगज सीलन आ रही है अभी सोसाइटी को बने हुए टाइम भी कितना हुआ है, हम यह सोच कर परेशान है कि बीस साल बाद सोसाइटी का क्या हाल होगा ।