
नोएडा। केन्द्रीय मंत्री डा. महेश शर्मा ने अपनी सुरक्षा में तैनात निजी सुरक्षाकर्मी के खिलाफ तुरंत कार्यवाही करते हुए उसे सस्पेंड कर दिया है।
गार्ड पर कल इंदिरापुरम की आशियाना ग्रीन सोसायटी की सुरक्षा में तैैनात सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट का आरोप था। यह पूरी घटना कल सोसाइटी केे गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी थी। मीडिया में फुटेज आने के बाद केन्द्रीय मंत्री डा. शर्मा ने इस घटना पर दु:ख जताते हुए कहा कि मैं सोसाइटी के रहने वाले सुरक्षाकर्मियों तथा सोसाइटी आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष से माफी मांग चुका हूं और गार्ड के खिलाफ भी कार्यवाही की गयी है। उन्होंने कहा कि उनके जाने के बाद यह पूरा विवाद हुआ जिसका उन्हें खेद है।
केन्द्रीय मंत्री कल इंदिरापुरम की आशियाना ग्रीन सोसायटी में गये थे जहां सुरक्षा जांच को लेकर हुए विवाद के बाद केन्द्रीय मंत्री की सुरक्षा में तैनात निजी सुरक्षाकर्मी ने सोसायटी के गार्डों के साथ मारपीट की। इससे नाराज लोगों ने गार्ड के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी। मीडिया में खबर आने के बाद केन्द्रीय मंत्री ने इस पूरी घटना पर खेद जताते हुए कहा कि उन्होंने गार्ड को सस्पेंड कर दिया है तथा पुलिस से कहा है कि इस मामले वह कानूनी कार्यवाही कर सकती है। उन्होंने सोसायटी में रहने वाले लोगों से भी माफी मांगी है।
सोशल मीडिया में भी इस घटना कप लेकर लोग डा महेश शर्मा के पक्ष और विपक्ष दोनों में दिखे है I जहाँ महेश शर्मा को पसंद करने वाले लोग इसे एक साजिश या उन्हें विशिष्ट व्यक्ति बताते हुए ऐसे मामलो से अलग रखने को कह रहे है वही उनके विपक्ष के लोग उन पर कार्यवाही की भी बात कह रहे है I
नॉएडा से आर एन श्रीवास्तव इसे पूरी तरह से मीडिया की ज़िम्मेदारी बताते हुए कहते है “देश में बात का बतंगड़ बनाने की कला कोई मीडिया से सीखे. लिखते हैं ” फिर विवादों में डा महेश शर्मा : मीडिया में सामने आने के बाद मंत्री जी ने मांगी माफी, सोसायटी ने भी दिखाया बड़ा दिल” देखिए कितना बड़ा दिल दिखाया सोसायटी ने कि पुलिस में शिकायत दर्ज करवादे और पुलिस जाँच कर रही है. एक छोटे से प्रकरण में गार्ड को दोड़ा दोड़ा कर पीटा गया जैसी खबर बनाई गई है जब कि वीडियो क्लिप में एसा कुछ नहीं है. मंत्री महोदय के स्पष्टीकरण के बाद तो हर सुनने वाले को लगा कि मंत्री महोदय तो कहीं भी शामिल नहीं थे. वैसे भी जहाँ मंत्री या किसी विशिष्ट व्यक्ति की बहन या संबंधी रहते हों, उनके बारे में तो गार्ड व सुरक्षा एजेंसी को विशेष ख्याल तो रखना ही चाहिए.केवल दुष्प्रचार करने की कोशिश है और कुछ नहीं.
वही टी एन गोविल के अनुसार “मीडिया जनतंत्र का महत्वपूर्ण घटक है लेकिन नैतिक दायित्व है कि किसी भी दुर्घटना का विश्लेषण असंगत तथ्यों को आधार मानकर दुष्प्रचार न करें ।कथित गार्ड का अवश्य ही दुर्व्यवहार रहा होगा ।फिर भी बगैर वास्तविकता जाने श्री शर्मा जी ने स्वयं सुरक्षाकर्मी के कृत्य पर माफी माँगी।
केन्द्रीय मंत्री डा महेश शर्मा जी की सरलता,व्यवहार कुशलता,सौम्यता का इससे बड़ा क्या साक्ष्य है।केवल विरोध की प्रवृत्ति से कार्य संपादित करना पत्रकारिता के पावन सिद्धांतों के सर्वथा प्रतिकूल है।मीडिया से विनम्र अनुरोध है कि इस प्रकरण की इतिश्री करे।”
“लेकिन मैथली गुप्ता इस पर अपना प्रतिरोध जताते हुए कहते है की “बात मीडिया की नहीं बल्कि मंत्री महोदय के सामने सोसायटी के गार्ड की पिटाई की है. किसी को भी, रिपीट किसी को भी अपनी ड्यूटी का निर्वाह करते हुये सिक्यूरिटी गार्ड की पिटाई का हक नहीं है. एक मंत्री के सामने एसा हुया है यह बहुत ही शर्मनाक है.
मंत्री महोदय के जिन गार्ड्स ने यह काम किया है इन्हें गिरफ्तार करके इनके खिलाफ कानून सम्मत कार्यवाही होनी ही चाहिये. किसी के भी माफी मांगने से मामला रफा दफा करना गलत है.”