बाबरी मस्जिद के सबसे पुराने पैरोकार हाशिम अंसारी का निधन

बाबरी मस्जिद के पैरोकार हाशिम अंसारी का बुधवार (20 जुलाई) को लखनऊ में निधन हो गया। वह छाती में दर्द और सांस में दिक्कत को लेकर परेशान चल रहे थे। । हाशिम की उम्र 96 साल थी।

अंसारी बाबरी मस्जिद के सबसे पुराने पैरोकारों में से थे। वह 1959 से बाबरी मस्जिद का केस लड़ रहे थे। वह बाबरी मस्जिद मुद्दे का राजनीतिकरण होने पर कई बार नाराजगी भी जता चुके थे। पिछले साल विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेता अशोक सिंघल की मौत पर उन्होंने शोक जताया था। उन्होंने सिंघल की मौत को राम मंदिर आंदोलन की सबसे बड़ी क्षति बताया था।

साठ साल से ज़्यादा समय तक बाबरी मस्जिद की क़ानूनी लड़ाई लड़ने वाले हाशिम अंसारी के स्थानीय हिंदू साधु-संतों से रिश्ते कभी ख़राब नहीं हुए.

बकोल हाशिम अंसारी  “मैं सन 1949 से मुक़दमे की पैरवी कर रहा हूँ, लेकिन आज तक किसी हिंदू ने हमको एक लफ़्ज़ ग़लत नहीं कहा. हमारा उनसे भाईचारा है. वो हमको दावत देते हैं. मै उनके यहाँ सपरिवार दावत खाने जाता हूँ.”

विवादित स्थल के दूसरे प्रमुख दावेदारों में निर्मोही अखाड़ा के राम केवल दास और दिगंबर अखाड़ा के राम चंद्र परमहंस से हाशिम की अंत तक गहरी दोस्ती रही.