सेना ने उड़ाई कैंटीन, दो आतंकी मरे
पठानकोट एयरबेस में छिपे दो और आतंकियों को मार गिराने की खबर आ रही है। सेना, एयरफोर्स और एनएसजी के संयुक्त ऑपरेशन में कैंटीन की उस इमारत को बारूद लगाकर उड़ा दिया गया, जिसमें आतंकियों के छिपे होने की आशंका थी।
शुरूआत में कैंटीन में विस्फोट के बाद मलबे से एक आतंकी का शव बरामद हुआ था, लेकिन अब एक और आतंकी के मारे जाने की खबर आ रही है। हालांकि अभी सेना की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है। अभी सेना का अभियान जारी है क्योंकि अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि एयरबेस के भीतर अभी कितने आतंकी छिपे हैं।
दूसरी ओर हमले के बीच ही पाकिस्तान से वार्ता रोकने की आवाज भी उठने लगी है। मीडिया में आ रही खबरों पर यकीन किया जाए तो दोनों देशों के बीच इस महीने होने वाली विदेश सचिव स्तर की वार्ता को फिलहाल रोका जा सकता है, हालांकि ये वार्ता रुकती है तो फिर दोनों देशों के एनएसए आपस में मुलाकात करेंगे। जहां भारत की ओर से हमले के गुनहगार जैश ए मोहम्मद पर कार्रवाई की मांग की जा सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फिर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल, रक्षा मंत्री मनोहर परिकर और वित्तमंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी। जिसमें हमले के बाद की परिस्थितियों पर चर्चा की गई।
इससे पूर्व पाकिस्तान सीमा से तकरीबन 30 किमी दूर पठानकोट एयरबेस पर शनिवार को हमले के बाद आतंकियों से मुठभेड़ का दौर रविवार को दोबारा शुरू हो गया।लंबी मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने रविवार को एक और आतंकी को मार गिराया, जबकि दूसरा घायल हो गया। हालांकि, वायु सेना ने कहा है कि वह अभी नहीं बता सकती कि परिसर के अंदर कितने आतंकी छिपे हैं।
रविवार सुबह एक आतंकी के शव से बंधे लाइव ग्रेनेड को अलग करने के वक्त हुए विस्फोट में एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन कुमार शहीद हो गए जबकि चार अन्य जवान घायल हो गए।
रविवार शाम प्रेस कांफ्रेंस में पठानकोट के एयर कमांडिंग ऑफिसर जेएस धमून ने कहा कि आर्मी और एनएसजी के ऑपरेशन में अब तक चार आतंकी मारे गए और हमारे सात जवान शहीद हो गए। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि एक और आतंकी मारा जा चुका है। धमून ने बताया कि आतंकियों के शव बरामद कर लिए गए हैं।
ऑपरेशन अभी जारी है। अभी आतंकियों की तरफ से क्रास फायरिंग की जा रही है। अंदर कितने आतंकी हैं, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। दो दिनों से चल रहे इस ऑपरेशन में अब तक 17 जवान घायल हुए हैं। वहीं, इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, कई घायल जवानों की हालत गंभीर बनी हुई है।उन्होंने बताया कि ऑपरेशन में तेजी लाने के लिए बुल्डोजर और जेसीबी से लैस सेना की पांच कंपनियां लगाई गई हैं। आतंकियों के ठिकाने का पता लगाने के लिए दिन भर सेना के हेलीकॉप्टर भी आसमान में चक्कर लगाते रहे।
रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी एयरबेस के जंगल वाले इलाके में छिपे हो सकते हैं। इससे पहले दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने कहा कि एयरबेस के अंदर दो तरफ से गोलियां आ रही हैं। ऐसे में तय है कि कम से कम दो और आतंकी वहां मौजूद हो सकते हैं। ऑपरेशन खत्म होने के बाद ही आतंकियों की सही संख्या के बारे में कुछ कहा जा सकेगा। शनिवार को छह जवान शहीद हो गए थे।
रविवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे एनएसजी के बम निरोधक दस्ते के लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन कुमार जब एनएसजी के कमांडो के साथ एक आतंकी के शव में लगे लाइव ग्रेनेड को हटा रहे थे तभी विस्फोट हो गया, जिससे निरंजन की मौत हो गई। वह केरल के रहने वाले थे।
धमाके में चार कमांडो और जवान घायल हो गए, जिनको मिलिट्री अस्पताल में दाखिल करवाया गया। आर्मी और एनएसजी की तरफ से एयरबेस के भीतर बने सभी रिहायशी क्वार्टरों की तलाशी ली जा रही थी।सर्च अभियान के दौरान रविवार को करीब 12 बजे एक ग्रेनेड फटा। इसके बाद सेना ने तुरंत अपना मोर्चा फिर से संभाल लिया। बेस कैप में दो और आतंकियों के छिपे होने की बात सामने आई। फिर से फायरिंग शुरू हो गई। सेना और कमांडो को दोबारा एयरफोर्स स्टेशन बुला लिया गया। आर्मी की बुलेटप्रूफ गाड़ियां भी एयरफोर्स स्टेशन पहुंचीं। दोपहर करीब एक बजे फिर कैंटीन के पास ग्रेनेड फटा। सेना के करीब 100 जवानों, कमांडो को मौके पर तत्काल बुलाया गया।
शाम सात बजे फिर हुआ धमाका: एयरबेस के अंदर जारी मुठभेड़ के बीच आतंकी रह-रह कर विस्फोट कर रहे हैं। रविवार देर शाम सात बजे भी एक जोरदार धमाका हुआ। इसके पहले दोपहर एक और 12 बजे विस्फोट हुए थे। शाम 4.28 बजे एयरफोर्स के भीतर दोबारा धमाका हुआ, जिसके बाद मिलिट्री के हेलीकॉप्टर को दोबारा उड़ान भरनी पड़ी। उसने एयरफोर्स स्टेशन के चक्कर लगाने शुरू कर दिए।
सरकार हुई शर्मसार: रविवार को चार आतंकियों के मारे जाने के बाद ऑपरेशन खत्म करने की घोषणा कर चुकी सरकार को उस समय शर्मिंदगी झेलनी पड़ी जब रविवार दोपहर सवा 12 बजे जिंदा बचे आतंकवादियों ने फिर से फायरिंग शुरू कर दी। गृह सचिव राजीव महर्षि ने बताया कि रविवार को जिंदा बचे आतंकवादियों के खिलाफ नए सिरे से ऑपरेशन शुरू किया गया। आतंकवादियों की संख्या सहित अन्य सवालों को उन्होंने यह कह कर टाल दिया कि फिलहाल ऑपरेशन जारी है।