पठानकोट, वायुसेना के अड्डे की दोमंजिला इमारत में अब भी छिपे दो आतंकियों को बाहर निकालने के लिए अभियानों को तेज किए जाने के बीच इमारत में आज एक शक्तिशाली विस्फोट हो गया।
आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का आज तीसरा दिन है। एनएसजी, भारतीय वायुसेना और सेना के अधिकारियों ने कहा कि वायुसेना की रणनीतिक संपत्ति को कोई समानांतर नुकसान नहीं हुआ है।
एनएसजी के महानिरीक्षक मेजर जनरल दुष्यंत सिंह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अभी तक, हमने चार आतंकियों को मार गिराया है और दो अन्य आतंकियों को मारने के लिए जारी अभियान संभवत: अपने अंतिम चरण में है।’’ सिंह ने कहा, ‘‘पूरा अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक सभी कर्मियों, संपत्तियों, ढांचे की तलाशी नहीं ले ली जाती। इसलिए इसमें एक लंबा समय लग सकता है।’’ इस अवसर पर सिंह के साथ एयर ऑफिसर कमांडिंग- एयर कमांडर जे एस दामून और ब्रिगेडियर अनूपिंदर सिंह भी मौजूद थे।
ब्रिगेडियर सिंह ने कहा, ‘‘ये आतंकी एक दोमंजिला इमारत में छिपे हैं, जो कि वायुसेना के कर्मियों का निवास स्थान है। फिलहाल इस इमारत को आतंकियों से खाली करवाने के लिए अभियान जारी है।’’ एयरफोर्स का इलाका ‘बहुत बड़ा’ है। इस इलाके में भारतीय वायुसेना की रणनीतिक संपत्ति रखी हुई है। इसके अलावा भारतीय वायुसेना के कर्मियों के परिवार और स्कूल भी यहां हैं।