शिवसेना ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा आज ओआरएफ प्रमुख सुधींद्र कुलकर्णी के चेहरे पर कालिख पोतने के बाद उन पर ‘पाकिस्तानी एजेंट’ होने का आरोप लगाया और पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी की पुस्तक के यहां विमोचन का विरोध तेज करने की धमकी दी। शिवसेना नेता संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जिस व्यक्ति (सुधींद्र कुलकर्णी) ने मुंबई में कसूरी के पुस्तक विमोचन का आयोजन किया, वह एक पाकिस्तानी एजेंट है। फड़नवीसजी (महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री) ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि खुर्शीद को अपने कार्यक्रम में भारत विरोधी कोई विचार रखने की इजाजत नहीं दी जाएगी और यदि वह ऐसा करते हैं तो आयोजक इसके लिए जिम्मेदार होगा। हम मुख्यमंत्री के रूख का स्वागत करते हैं।’’
राउत ने कहा, ‘‘कुलकर्णी के चेहरे पर कालिख पोतना एक नरम विरोध है। देखते हैं शाम को क्या होता है क्या कार्यक्रम होता है। कसूरी की संलिप्तता वाला पुस्तक विमोचन कार्यक्रम आज शाम होने वाला है।’’
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने फड़नवीस को एक पत्र लिख कर हर सबूत दिए हैं जो कसूरी के भारत विरोधी रुख का खुलासा करता है। उन्होंने दावा किया कि पुस्तक विमोचन कार्यक्रम का विरोध करने का शिवसेना का कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है। राउत ने दावा किया कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री रहने के दौरान खुर्शीद भारत विरोधी सभी चरमपंथी संगठनों को अपने कश्मीर एजेंडा के लिए एकजुट करने के लिए जिम्मेदार थे। राउत ने कहा, ‘‘जब वह विदेश मंत्री थे, उन्होंने भारत विरोधी हर काम किया। हमने सब दस्तावेज मुख्यमंत्री को सौंप दिया है और अब उनसे उम्मीद है कि वह भारत विरोधी किसी रुख की इजाजत नहीं देने के अपने शब्द पर कायम रहेंगे तथा हस्तक्षेप करेंगे एवं कार्यक्रम को रोकेंगे।’’