
हांगकांग से आए मोबाइल फोन की खेप को कारगो से चोरी कर उसे फ्लिपकार्ट तक पहुंचाने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। आईजीआई थाना पुलिस ने गफ्फार मार्केट और महिपालपुर में दुकान करने वाले पांच दुकानदारों समेत छह को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से 209 मोबाइल फोन बरामद कर लिए हैं।
एयरपोर्ट के पुलिस उपायुक्त डी के गुप्ता ने बताया कि 11 सितंबर को हरिनगर स्थित एसबीएस लॉजिस्टिक कंपनी के कर्मचारी धनंजय प्रताप ने हांगकांग से मंगवाए गए 600 मोबाइल की चोरी होने की शिकायत की।
शिकायत में बताया कि उसे हांगकांग से आने वाले 1500 फोन र्को आईजीआई एयरपोर्ट से लेकर ओखला स्थित एनपीएस टेलकम कंपनी को पहुंचाना था। उसने खेप को कारगो से निकाल कर बाहर रखा और उसे ले जाने के लिए गाड़ी लेने चला गया। इसी बीच किसी ने खेप से 600 मोबाइल चोरी कर लिए।
पुलिस ने मोबाइल ट्रैस के साथ-साथ एयरपोर्ट पर लगे सीसीटीवी कैमरे की छानबीन शुरू की। जांच में पुलिस को पता चला कि जिन फोन की चोरी हुई है वह मैसूर, चिकमंगलूर, बंगलूरू, मुंबई, अहमदाबाद, महासमद, हैदराबाद, जालंधर, दिल्ली और चंडीगढ़ में काम कर रहे हैं।
पुलिस जब फोन के इस्तेमाल करने वालों के पास पहुंची तो पता चला कि उन लोगों ने इसे फ्लिपकार्ट से खरीदा है और उनके पास इसकी रसीद है।तकनीकी जांच के दौरान पुलिस ने महिपालपुर निवासी राजू सिंह को गिरफ्तार किया, जिस पर पहले से ही आईजीआई एयरपोर्ट पर मोबाइल फोन चुराने का मामला दर्ज है।
उसके पास से पुलिस को एक चोरी का मोबाइल मिल गया। पूछताछ में उसने बताया कि महिपालपुर गांव निवासी नरेंद्र गिरोह का मास्टर माइंड है। वह कारगो टर्मिनल पर गाड़ी चलाता है।
पुलिस ने नरेंद्र की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला। राजू ने पुलिस को बताया कि नरेंद्र महिपालपुर में मोबाइल की दुकान चलाने वाले हरिंदर सिंह को चोरी के मोबाइल बेचता है।
पुलिस ने हरिंदर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास से वारदात में इस्तेमाल वर्ना कार बरामद की है। पुलिस ने गफ्फार मार्केट के ऐसे दुकानदारों की पहचान की जिनके दिल्ली से बाहर के डीलरों से संपर्क हैं।
जांच में पता चला कि हरिंदर के सहयोगी रवि ने चोरी के मोबाइल जीतेंद्र गिरहोत्रा को दिए थे, जिसने गफ्फार मार्केट में दुकान करने वाले सुनील जैन को दिया। सुनील ने 67 फोन को बंगलूरू के एजेंट मजरूद्दीन को बेच दिए।
वहीं उसने कुछ मोबाइल दुकानदार गौरव मित्तल को दिए। गौरव ने 140 मोबाइल को भिलवाड़ा निवासी रौनक को बेच दिया। रौनक इलेक्ट्रॉनिक एरिना नाम की कंपनी चलाता है और वह एमेजॉन, फ्लिपकार्ट और स्नैपडिल का एजेंट है।
पुलिस ने जांच के बाद सुनील जैन, गौरव मित्तल, जीतेंद्र गिरहोत्रा और रवि को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने फ्लिपकार्ट के अधिकारियों को भी नोटिस भेजकर जानकारी मांगी है।