गौरतलब है कि देश के खाद्य नियामक एफएसएसएआई ने मैगी को मानव उपयोग के लिए खतरनाक बताते हुए उसकी बिक्री पर रोक लगा रखी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अंबुजा सीमेंट्स को महाराष्ट्र के चंद्रपुर स्थित सीमेंट संयंत्र में मैगी के पैकेट जलाने के लिए इस राशि का भुगतान किया गया है। वहीं नेस्ले इंडिया के प्रवक्ता ने कहा ‘गुजरात अंबुजा सीमेंट्स हमें बाजार से वापस लिए गए मैगी नूडल को नष्ट करने में मदद कर रही है।’
प्रवक्ता ने कहा, अंबुजा सीमेंट्स के संयंत्र में मैगी जलाने की लागत की पुष्टि नहीं की. उन्होंने कहा ‘नष्ट किए जाने वाले भंडार के मूल्य के अलावा अतिरिक्त लागत पर भी विचार किया जाएगा, मसलन बाजार से मैगी इकट्ठा करना, नष्ट करने वाले केंद्र तक इसका परिवहन और नष्ट करने की लागत आदि शामिल है।’
साथ ही नेस्ले इंडिया ने कहा कि वित्तीय नतीजे की घोषणा के समय ऐसी लागत और अन्य अप्रत्याशित लागत को उचित लेखा परीक्षण मानकों के तहत शामिल किया जाएगा।