#बाबारामदेव ने अब अपने नुडल्स बाज़ार मैं लाने की घोषणा कर दी है जिसे अब #मैगीइशू मैं सब कुछ बाबा रामदेव की प्लानिग तक कहा जा रहा है
पर जिस तरह से बुद्धिजीवी और मीडिया का एक गुट मैगी और नेस्ले के पक्ष मैं लाबिंग कर रहा है , उससे पता लगता है की हमारा मीडिया , और बुद्धिजीवी दोनों का सामाजिक हितो से कितना सरोकार रहता है
कभी जनता के लिए सडको पर उतर आने वाले वामपंथी नेस्ले को एक और मौका दिए जाने के लेख लिख रहे है , पूंजीवाद और गरीबो के लिए लड़ने वाले वामपंथी अपनी कलम इतनी जल्दी बेच देंगे ये पता नहीं था या यूँ समझू की वो कलम उन्ही के दिए पैसे और शराब से चलती है बाकी विरोध सिर्फ पैसे देने वाले के पक्ष मैं मोहोल बना कर होता था
लेकिन इस से भी बड़ा सवाल ये है की क्या सच मैं बाबा रामदेव इतनी बड़ी प्लानिंग कर पाने मैं समर्थ होते जा रहे है की ३० साल से मीडिया , वामपंथी और NGO के बल पर जमी कम्पनी का ३००० करोर सालाना का साम्राज्य एक झटके मैं तोड़ दें अगर हाँ तो ये सच मैं भारतीय कम्पनियो की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी जीत है
या फिर मैं इसे भारत मैं अब तक खाने पीने को लेकर ढीले नियमो का फायदा उठाती एक भर्स्ट कम्पनी के खेल का अंत समझू I जिसमे बाबा रामदेव ने समय के अनुकूल चोका लगाने की तैयारी कर ली I
कुछ भी हो इस केस के बाद एक बात तो समझ आ जानी चाह्यी सारी कम्पनियो को की अगले एक साल मैं सभी कम्पनियो को अपनी रिसर्च लेब पर बड़ा खर्चा करना पड़ेगा
आशु भटनागर