
एक उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार के अचानक नाम वापसी के लिए करोड़ों के लेनदेन के मामले में वरिष्ठ कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को कांग्रेस पार्टी की ओर से कारण बताओ नोटिस दिया गया है।
इसी मामले में प्रदेश कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से इस्तीफे की भी मांग की है। अजीत जोगी पर आरोप है कि उन्होंने अपने विधायक बेटे अमित जोगी के जरिए वर्तमान मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ मिलकर एक षडयंत्र रचा और अगस्त 2014 में हुए एक विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार का नाम वापस करवा लिया था।
कुछ ऑडियो टेप के आधार पर दिल्ली से प्रकाशित होने वाले अंग्रेजी दैनिक इंडियन एक्सप्रेस ने खबर प्रकाशित की है। इस खबर में कहा गया है कि ऐसा लगता है कि इसमें सौदेबाजी भी हुई और बड़ी धनराशि का लेनदेन भी हुआ।
(इन खबरों के लिए इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट पर खबर के साथ लगे ऑडियो टेप को ही आधार बनाया है।)
इंडियन एक्सप्रेस ने दावा किया है कि मंतूराम पवार और फीरोज सिद्दकी ने माना है कि टेप में आवाज उन्हीं की है, जबकि रमन सिंह, अमीन मेमन ने इनकार किया है। पुनीत गुप्ता ने कहा है कि वे इस मामले के बारे में कुछ नहीं जानते। अजीत जोगी ने टेप को फर्जी बताते हुए अखबार के खिलाफ मुकदमा करने की धमकी दी है। अमित जोगी ने कहा है कि टेप के साथ छेड़छाड़ की गई है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि बातचीत से साफ है कि ये मामला लाखों का नहीं बल्कि सात से दस करोड़ के बीच का है। इसके लिए उन्होंने टेप में बातचीत का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ कांग्रेस पार्टी की नहीं बल्कि प्रदेश की राजनीति की छवि का सवाल है जिसे रमन सिंह ने खराब किया है और उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके की अंतागढ़ सीट पर पिछले वर्ष हुए विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार मंतूराम पंवार ने एकाएक अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी। शुरुआत में मंतूराम के फैसले को कांग्रेस के अंदरूनी झगड़े का नतीजा माना गया था लेकिन मामला कुछ और नजर आ रहा है।
अखबार ने राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके दामाद पुनीत गुप्ता, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, उनके बेटे अमित जोगी की फोन पर हुई आपसी बातचीत के टेप हासिल किए हैं। कांग्रेस के तत्कालीन उम्मीदवार मंतूराम पंवार और अजीत जोगी के पूर्व वफादार फिरोज सिद्दीकी, और जोगी के ही एक अन्य वफादार अमीन मेमन, अमित जोगी और सिद्दीकी के बीच फोन पर हुई बातचीत के टेप भी उपलब्ध हैं। एक टेप में अमित और अजीत जोगी की पुनीत गुप्ता से बातचीत भी रिकॉर्ड हुई है।
समाचार पत्र का दावा है कि अधिकांश बातचीत अगस्त, 2014 के अंतिम सप्ताह की है, उन दिनों उपचुनाव की नामांकन प्रक्रिया अंतिम चरण में थी। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले की अंतागढ़ सीट पर पिछले वर्ष 13 सितंबर को उप चुनाव हुए थे, जिसमें भाजपा के भोजराज नाग विजयी हुए थे।
ये सीट भाजपा के विक्रम उसेंडी ने लोकसभा चुनाव में जीत के बाद खाली की थी। मई, 2014 में लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। अंतागढ़ नक्सल प्रभावित सीट है और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। कांग्रेस और भाजपा के नेताओं के बीच हुई कथित बातचीत में ये खुलासा हुआ है कि पंवार से उम्मीदवारी वापस लेने के लिए डील की गई थी। वे उन दिनों राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के वफादार थे। कथित बातचीत में मुख्यमंत्री आवास का बार-बार जिक्र किया गया है।
फोन पर हुई बातचीत में अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी रमन सिंह से दामाद पुनीत गुप्ता से कह रहे हैं, “हमें कम से कम 7 देना पड़ेगा…वो 10 की उम्मीद कर रहा है। हम उसे बैठा देंगे, लेकिन एकदम से उसका इतना कम मत कर दो कि फिर वो भाग ही जाए।” उसी बातचीत में अजीत जोगी और अमित जोगी, पुनीत गुप्ता से मुख्यमंत्री रमन सिंह की पत्नी वीणा सिंह का हालचाल भी पूछते हैं। इंडियन एक्सप्रेस का दावा है कि वे उस समय अमेरिका में अपना इलाज करा रही थी।
उस बातचीत में अमित वीणा सिंह को ‘आंटी’ कहते हैं, जबकि गुप्ता अमित को ‘भैया’ कह रहे हैं। गुप्ता अजीत जोगी को ‘प्रणाम अंकलजी’ कहकर अभिवादन भी करते हैं। अजीत जोगी गुप्ता से कहते हैं कि मामले को जल्द से जल्द खत्म करें। वे ये भी पूछते हैं कि ‘सीएम साहेब’ कब लौटेंगे? जिसके जवाब में गुप्ता कहते हैं, ’28-29 को’। रिकॉर्ड के मुताबिक, रमन सिंह 2 सितंबर को रायपुर वापस लौट कर आए थे।29 अगस्त को पंवार ने अपना नामांकन वापस ले लिया था। उस दिन फिरोज सिद्दीकी ने जोगी से फोन पर कहा, ” उसे सीएम आवास से एक फोन आया था, और उससे राजेश मुणत के बंगले के पास रहने के लिए कहा गया। मुणत रमन सिंह के करीबी मंत्री हैं। ये स्पष्ट� नहीं है कि सिदद्की ने जोगी से बातचीत में ‘उसे’ किसे कहा है? जवाब के अमित जोगी ने कहा,”राजेश मुणत के बंगले में घुस जाए। उसी मुणत से बात करवाओ।”
उसी दिन अमित जोगी सिद्दीकी से कहते हैं कि वे कलेक्टरेट पहुंच चुके हैं। अब तो सामान देना पड़ेगा। सिद्दकी जवाब देते हैं,”डील हो चुकी है। मैंने उसकी बिगबॉस से बात करवा दी है। पेमेंट मंगा लिया है।” अमित की ओर से जवाब आता है,”उससे कुछ नहीं होता। कुछ देना चालू करो।”
सिद्दीकी कहते हैं, ”उन्होंने कहा है कि चार बजे पेमेंट यहां रायपुर पहुंच जाएगा। शराब के ठेकेदार लेकर आ रहे हैं।” अमित जोगी ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन ला रहा है, उससे बोलो कि दे रहे हैं। सिद्दीकी और अमित जोगी की बातचीत में अमीन मेमन का जिक्र भी आता है। दोनों के बीच पैसे पर चर्चा होती है

