नई दिल्ली। पर्यावरण बचाने की मुहिम को लेकर राजदानी दिल्ली में आज से दो दिवसीय सम्मेलन की शुरूआत हुई है। इस सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस दौरान पीएम ने हवा की जांच के लिए इंडेक्स भी जारी किया। पीएम ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा हमारी संस्कृति है। पर्यावरण की सुरक्षा के लिए पीएम ने हफ्ते में एक दिन कार छोड़कर साइकिल का इस्तेमाल करने की सलाह दी। साथ ही सौर्य ऊर्जा के इस्तेमाल पर भी बल दिया। इतना ही नहीं पीएम ने पूर्णिमा के दिन स्ट्रीट लाइट बंद रखने तक की अपील की।
दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित राज्यों के पर्यावरण और वन मंत्रियों के सम्मेलन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बातें कहीं। उद्घाटन के बाद सबसे पहले पीएम ने हवा जांचने के लिए इंडेक्स जारी किया। फिलहाय ये इंडेक्स देश के 10 बड़े शहरों के लिए लॉन्च किया गया है। लेकिन, सितंबर तक 46 और शहर इससे जुड़ जाएंगे। अभी इसे सिर्फ 10 लाख की आबादी वाले शहरों के लिए ही लॉन्च किया गया है।
पीएम ने कहा कि हमें अपने पर्यावरण को बचाने के लिए मोटर कार और बाइक का इस्तेमाल कम करना चाहिए। उनहोंने लोगों से अपील की कि वे सप्ताह में एक दिन कार छोड़ कर साइकिल का इस्तेमाल करें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया जलवायु परिवर्तन की बा करती है। लेकिन अभी तक इसका समाधान नहीं ढूंढ़ पाई है। उन्होंने कहा कि हम परमाणु ऊर्जा का उपयोग बढ़ाना चाहते हैं लेकिन हमारे पास ईंधन नहीं है। ईंधन देने वाले देश पर्यावरण के नाम पर हमें ईंधन नहीं देते।
पीएम ने सौर्य ऊर्जा पर खूब जोर दिया। उन्होंने कहा कि कार्बन उत्सर्जन से बचने के लिए सौर्य ऊर्जा को बढ़वा देना होगा। उन्होने पवन ऊर्जा के इस्तेमाल का भी खूब समर्थन किया।
प्रधानमंत्री ने शहर के कचरे के रीसाइकिल की भी बात कही। उन्होंने कहा कि बेकार और शहर के कचरे से खाद बनाकर गांव में किसानों को दिया जाए। इससे सब्सिडी का पैसा बचेगा,जो शहरों को विकसित करने में काम आएगा।
पीएम ने कहा कि सबसे जरूरी है गंगा में फैक्ट्री के कचरे को जाने से रोकाना। अगर गंगा का प्रदूषण रोक लिया जाए तो ये पर्यावरण रक्षा का मॉडल होगा।
पीएम ने कहा कि हम अपनी प्रकृति से पूरी तरह कट गए हैं। पूर्णिमा कब आता है पता ही नहीं चलता। उनहोंने लोगों से अपील की कि वे पूर्णिमा के दिन स्ट्रीट लाइट का इस्तेमाल न करें और उसे बंद कर दें।
पर्यावरण मंत्रालय की ओर से इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए 6-11 अप्रैल तक जैव-विविधता ग्रीन हाट का आयोजन किया गया है। ये आयोजन दिल्ली के इंदिरा पर्यावरण भवन में किया गया है।