नई दिल्ली। भारतीय भूमि पर पाकिस्तानी झंडा फहराने और उसके पक्ष में नारे लगाने वाले आतंकी मसर्रत आलम की गिरफ्तारी को लेकर जम्मू कश्मीर सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है। इस बात को लेकर पूरे देश में नाराजगी है। इस गंभीर मसले पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद से बात की और मसर्रत आलम पर कार्रवाई करने को कहा। इन दबावों के बाद मुफ्ती ने आश्वासन देते हुए कहा है कि मसर्रत के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई होगी। ऐसा माना जा रहा है कि मुफ्ती ने राजनाथ सिंह को भरोसा दिलाया है कि आज शाम तक मसर्रत को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसी बीच सूचना है कि गिलानी की त्राल में होने वाली सभा पर भी रोक लगा दी गई है।
बताया गया है कि इससे पहले गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजु ने भी प्रदेश सरकार को मामले में कार्रवाई के लिए कहा। उधर, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने कहा कि हमारी सरकार इस घटना को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्थिति को देखते हुए उचित समय पर मसर्रत आलम के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी और उनके समर्थको ने नई दिल्ली से लौटने पर बुधवार को श्रीनगर में रैली का आयोजन किया। इस रैली में मसरत आलम भी शामिल हुआ। इस दौरान अलगाववादी नेता मसरत ने पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए। गिलानी की इस रैली में पाकिस्तानी झंडे भी लहराए गए।
पाकिस्तान झंडा लहराने और भड़काऊ नारे लगाने पर मसरत, गिलानी, बशीर अहमद भट्ट समेत कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उधर, अलगाववादी नेता मसरत आलम को अपनी इस करतूत को लेकर कोई पछतावा नहीं है। उसने कहा, ‘मुझे नारेबाजी पर पछतावा नहीं है। मुझे गिरफ्तारी से भी कोई डर नहीं है।