
मंगलवार को राज्यसभा में मोदी सरकार की किरकरी हो गई है। राज्यसभा में कालेधन और भ्रष्टाचार पर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर विपक्ष का संशोधन प्रस्ताव बहुमत के साथ पारित हो गया।
राष्ट्रपति के भाषण पर संशोधन प्रस्ताव सीपीआई(एम) के सांसद सीताराम येचुरी और पी राजीव ने आगे बढ़ाया था। सरकार की तरफ से इस संशोधन को वापस लेने की बात वोटिंग में गलत साबित हुई। जब विपक्ष को बड़ी संख्या में अभिभाषण में विपक्षी सांसदों का वोट मिला।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में इस बात का जिक्र नहीं था कि सरकार काले धन वापस लाने और भ्रष्टाचार पर रोक लगाने में नाकामयाब रही है। इस पर सीताराम येचुरी ने कहा कि काले धन को लेकर यह संशोधन प्रस्ताव दिया गया है।
राज्यसभा के इतिहास में चौथी बार ऐसा हुआ है कि राष्ट्रपति के धन्यवाद भाषण पर विपक्ष का संशोधन प्रस्ताव पास हो गया है। इससे पहले 30 जनवरी, 1980 को लेकर जनता पार्टी की सरकार के दौरान, 29 दिसंबर, 1989 वीपी सिंह की सरकार के दौरान और 12 मार्च, 2001 में अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार के दौरान ऐसे प्रस्ताव पास हो चुके हैं।