मेलबर्न में लगभग 52 हजार दर्शकों के बीच रोहित शर्मा के शानदार शतक और गेंदबाजों के कमाल की गेंदबाजी की बदौलत टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप में नॉकआउट दौर की पहली बाधा पार करते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया।
बांग्लादेश को 109 रनों से हराने के साथ ही दक्षिण अफ्रीका के बाद अंतिम चार में पहुंचने वाली भारत दूसरी टीम बन गई है। 2011 की चैंपियन टीम इंडिया अब अपने लगातार दूसरे खिताब से महज 2 जीत ही दूर है। सेमीफाइनल में उसका मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा। फाइनल मैच 29 मार्च को यहीं मेलबर्न में खेला जाएगा।
बांग्लादेश को ऑलआउट करते हुए भारतीय गेंदबाजों ने लगातार 7 मैचों में सभी 70 विकेट झटकने का रिकॉर्ड कायम कर दिया है। कप्तान धोनी के लिए भी यह जीत काफी यादगार रहेगा क्योंकि बतौर कप्तान उनकी अगुवाई में टीम की सौंवी जीत है।
इससे पहले धीमी शुरुआत से उबरते हुए भारत ने 50 ओवर में 6 विकेट पर 302 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। टीम इंडिया की ओर से ओपनर रोहित शर्मा ने लाजवाब बल्लेबाजी करते हुए शानदार शतक लगाया और 126 गेंदों में 137 रनों (14 चौका और 3 छक्का) की पारी खेली। वर्ल्ड कप में उनका यह पहला श्ातक भी है। रोहित के अलावा सुरेश रैना ने 65 रनों का योगदान दिया। बांग्लादेश की ओर से तस्कीन अहमद ने 69 रन देकर 3 विकेट झटके, जबकि 3 अन्य गेंदबाजों को एक-एक सफलता हाथ लगी।टॉस जीतने के बाद भारत ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया और इस फैसले को शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी ने सही करार देते हुए टीम को शानदार शुरुआत दिलाई। दोनों ने शुरुआत तो तेज की लेकिन बाद में धीमे होते चले गए। भारत ने अपने 50 रन 10 ओवर में पूरे किए। भारतीय पारी का पहला छक्का 15वें ओवर में आया जब रोहित शर्मा ने स्ट्रेट की दिशा में उठाते हुए छक्का जड़ दिया।
यह जोडी़ जब बड़े स्कोर की ओर बढ़ रही थी कि शाकिब अल हसन ने 17वें की तीसरी गेंद पर धवन को स्टंप आउट करा दिया। वह 50 गेंदों में 30 रन बनाकर वापस लौटे। भारत अभी इस झटके से उबरा भी नहीं था कि अगले ही ओवर में तेज गगेंदबाज रुबेल हुसैन विराट कोहली (3) को विकेट के पीछे कैच आउट कराकर अपनी टीम को बड़ी सफलता दिला दी। दोहरे झटके के बीच भारत संकट में दिखने लगे। हालांकि उसके लिए अच्छी बात यह रही कि ओपनर रोहित शर्मा क्रीज पर डटे रहे।
रोहित का साथ देने क्रीज पर अजिंक्य रहाणे आए और दोनों ने भारतीय पारी को झटकों के बीच से निकालते हुए 26वें ओवर में टीम के स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। इस बीच रोहित ने अपनी फिफ्टी पूरी की। हालांकि भारत को एक और झटका लगा जब रहाणे 37 गेंदों पर 19 रन बनाकर तस्कीन अहमद की गेंद पर कैच आउट हो गए।
रहाणे के जाने के बाद रोहित के साथ देने सुरेश रैना क्रीज पर आए और दोनों ने भारतीय पारी को आगे बढ़ाया। पिछले मैच में जिम्बाव्वे के खिलाफ शतक लगाने वाले रैना ने रोहित का बखूबी साथ दिया और चौथे विकेट के लिए 122 रनों की साझेदारी की। उन्होंने 7 चौकों और एक छक्के की मदद से अपनी फिफ्टी पूरी की। वहीं दूसरे छोर पर टिके रोहित ने शानदार शतक लगाया जो उनके करियर का सातवां शतक भी है। हालांकि स्लॉग ओवरों में रैना (65) बड़ी शॉट लगाने के चक्कर में बांग्लादेशी कप्तान मशरफे मुर्तजा की गेंद पर विकेटकीपर को कैच थमा बैठे और आउट हो गए।
इसके बाद रोहित ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (6) के साथ पारी को आगे बढ़ाया। लेकिन इस बार वह खुद 137 रन बनाकर 47वें ओवर में तस्कीन की गेंद पर बोल्ड हो गए। 49वें ओवर में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (6) आउट हुए। उन्हें तस्कीन ने आउट किया। धोनी की नाकामी के बाद लंबे समय से खराब बैटिंग पर उपेक्षा झेल रहे रविंद्र जडेजा (नाबाद 23 रन, 10 गेंद, 4 चौका) क्रीज ने आतिशी पारी खेली।सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए बांग्लादेश को 303 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करना था। उसकी और शुरुआत भी उनके मनमुताबिक हुई थी। तमीम इकबाल और इमरुल कायेस की सलामी जोड़ी ने जोरदार आक्रमण के साथ टीम का खाता खोला। लेकिन टीम की शानदार शुरुआत को तगड़ा झटका लगा जब सातवें ओवर की तीसरी गेंद पर तेज गेंदबाज उमेश यादव ने तमीम को 25 रन के स्कोर पर कैच आउट करा दिया। इसके बाद अगली ही गेंद पर कायेस (5) रन आउट हो गए।
दोहरे झटके के बाद जहां बांग्लादेश के बल्लेबाज बैकफुट पर आ गए वहीं भारतीय गेंदबाजों ने मैच पर पकड़ बनानी शुरू कर दी। सौम्य सरकार (29) और लगातार 2 मैचों में शतक लगाने वाले महमुदुल्लाह (21) ने तीसरे विकेट के लिए 40 रनों की साझेदारी कर टीम को थोड़ा राहत देने की कोशिश की लेकिन मोहम्मद शमी ने जल्दी-जल्दी इन दोनों बल्लेबाजों को कैच आउट कराकर भारत को एक और दोहरी सफलता दिला दी। 90 रन पर 4 विकेट गिर जाने से बांग्ला टीम गहरे दबाव में आ गई थी।
बांग्लादेश को अपने नंबर वन ऑलराउंडर शाकिब अल हसन से कुछ उम्मीद थी लेकिन रवींद्र जडेजा ने इस बल्लेबाज को 10 रन के निजी स्कोर पर पवेलियन भेज दिया। विकेटकीपर-बल्लेबाज मुशफिकर रहीम (27) को यादव ने अपना दूसरा शिकार बनाया। लगातार विकेटों के पतन से बांग्लादेश का रन रेट काफी गिर गया और मैच जीतने की रेस से बाहर हो गया।