कोर्ट की सख्ती पर पेश हुए केजरीवाल, सिसोदिया और योगेंद्र

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर चल रहे मानहानि केस की सुनवाई टल गई है। कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 2 मई की तारीख तय की है। कोर्ट की सख्ती के बाद आखिरकार अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और आप नेता योगेंद्र यादव कोर्ट में पेश हुए। तीनों को मानहानि के एक मामले में तलब किया गया था। सूचना है कि कोर्ट रूम में भारी भीड़ होने के कारण धक्का-मुक्की होई जिसमें योगेंद्र यादव कुर्सी से गिर गए।
इससे पहले मामले में एक माह पूर्व केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पार्टी के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव को व्यस्तता के चलते पेशी से छूट दी गई थी। मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट मुनीष गर्ग ने कल केजरीवाल, सिसोदिया और योगेंद्र यादव को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का निर्देश दिया था।
पिछले साल 4 जून को समन के बाद अदालत में पेश होने के बाद इन लोगों को जमानत पर रिहा किया गया था।इसके बाद 11 फरवरी को अपना आदेश सुरक्षित रखने वाली अदालत ने आप के तीन नेताओं को निजी उपस्थिति से उस दिन के लिए छूट दी थी और उन्हें 17 मार्च को उसके सामने उपस्थित होने का अंतिम अवसर दिया था।
क्या है पूरा मामला?
कोर्ट में वकील सुरेंद्र कुमार शर्मा की तरफ से मानहानि का मुकदमा दायर किया गया है। शर्मा का आरोप है कि साल 2013 में आम आदमी पार्टी ने उन्हें टिकट देने की बात कही थी, जिसके बाद उन्होंने पर्चा भी भर दिया था। लेकिन बाद में उनका टिकट वापस ले लिया गया। शर्मा का कहना है कि इसके बाद अखबारों से बात करते हुए इन नेताओं ने ऐसी भाषा इस्तेमाल की, जिससे उनकी छवि को नुकसान पहुंचा। केजरीवाल को शर्मा की शिकायत पर IPC की धारा 499, 500 मानहानि किए जाने के लिए जारी किया गया था।