
अन्ना के आंदोलन का आज दूसरा दिन है और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल अन्ना के मंच पर पहुंच चुके हैं। हालांकि यह बात ध्यान देने वाली है कि अरविंद जहां पुहंचे हैं वह जगह अन्ना आंदोलन की नहीं है। यानी केजरीवाल जंतर-मंतर पर नहीं बल्कि पार्लियामेंट स्ट्रीट पर देशभर से आए किसानों द्वारा किए जा रहे धरना प्रदर्शन स्थल पर आए हैं। अन्ना भी फिल्हाल यहीं हैं।
केजरीवाल जब आंदोलन स्थल पहुंचे तो वह मंच से नीचे खड़े थे। कुछ देर वह नीचे ही रहे लेकिन फिर मंच पर मौजूद लोगों ने उनका हाथ पकड़कर सीधे उन्हें ऊपर खींच लिया।
इसके बाद लोगों की भीड़ केजरीवाल के पीछे लग गई। मौजूद लोग अपने-अपने कैमरों से केजरीवाल की तस्वीर उतारने लगे। वहां पहले से मौजूद वाइको ने भी केजरीवाल को गले लगाकर उनका स्वागत किया।अरविंद केजरीवाल ने इस मौके पर अन्ना हजारे को दिल्ली में सचिवालय आने का न्यौता भी दिया। केजरीवाल ने कहा कि अगर उनके पास समय हो तो वह दस मिनट के लिए दिल्ली सरकार के सचिवालय आएं। उनके आने से सचिवालय शुद्घ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अन्ना जी सचिवालय में आएं और हर विभाग के प्रमुखों से मिलें और उन्हें मार्गदर्शन दें।
अंत में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह अन्ना को अपना गुरु मानते हैं, उन्हें पिता समान मानते हैं। अरविंद ने खुद को अन्ना के आंदोलन का समर्थक बताया और कहा कि वह इस आंदोलन में अन्ना जी के साथ हैं। केजरीवाल जब आंदोलन स्थल पहुंचे तो वह मंच से नीचे खड़े थे। कुछ देर वह नीचे ही रहे लेकिन फिर मंच पर मौजूद लोगों ने उनका हाथ पकड़कर सीधे उन्हें ऊपर खींच लिया।
इसके बाद लोगों की भीड़ केजरीवाल के पीछे लग गई। मौजूद लोग अपने-अपने कैमरों से केजरीवाल की तस्वीर उतारने लगे। वहां पहले से मौजूद वाइको ने भी केजरीवाल को गले लगाकर उनका स्वागत किया।एक ओर जंतर मंतर पर अन्ना हजारे भूमि अधिग्रहण कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं तो वहीं, संसद में इसी बिल पर चर्चा जारी है।
भूमि अधिग्रहण कानून के विरोध में 20 फरवरी से शुरु हुआ किसानों का आंदोलन संसद के बजट सत्र की शुरुआत से एक दिन पहले सोमवार को दिल्ली के जंतर मंतर पहुंचा। सोमवार को जंतर मंतर के मंच से अन्ना ने हुंकार भरी कि अगर सरकार ने बिल वापस नहीं लिया तो वह जेल भरो आंदालन करेंगे।
इस दौरान आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने अन्ना के आंदोलन में भाग लेने की मंशा जाहिर की। अन्ना ने इस प्रस्ताव पर तीखा जवाब देते हुए कहा कि अगर राजनीतिक पार्टियों के लोग मंच पर आएंगे तो जनता इसे राजनीतिक आंदोलन समझ लेगी।
अन्ना ने कुमार विश्वास को मंच पर आने की इजाजत नहीं दी। लेकिन अरिंवद केजरीवाल से मुलाकात के बाद अन्ना का दिल पिघल गया और उन्होंने कहा कि अगर राज्यों के मुख्यमंत्री आंदोलन का समर्थन करना चाहते हैं तो उन्हें मंच पर आने की अनुमति दी जा सकती है।बता दें कि सोमवार शाम को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने महाराष्ट्र सदन में अन्ना हजारे से मुलाकात की और आंदोलन में शामिल होने की मंशा जाहिर की थी।
अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के बाद अन्ना के तेवर में सोमवार शाम तक नरमी आ गई और उन्होंने अरविंद केजरीवाल को आंदोलन में भाग लेने की इजाजत दे दी।
अन्ना ने यह भी कहा कि अगर अन्य मुख्यमंत्री आंदोलन में भाग लेना चाहते हैं तो उन्हें मंच पर आने की इजाजत दी जा सकती है।संभावना व्यक्त की जा रही थी कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मंगलवार दोपहर जंतर मंतर जाएंगे और अन्ना के आंदोलन में भाग लेंगे।
सोमवार को अन्ना से मुलाकार के दौरान अरविंद केजरीवाल के साथ दिल्ली की डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और ‘आप’ नेता आशीष खेतान भी मौजूद थे।
मुलाकात के दौरान आम आदमी पार्टी के दोनों ही शीर्ष नेताओं ने अन्ना के पैर छूकर उनसे आर्शीवाद भी लिया। मुलाकात के बाद अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि अन्ना जी का जीवन हमारे लिए प्रेरणा है।