गाजियाबाद। सम्मान देने से अगर कोई सुधर जाए तो यह अच्छी बात है। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने पाकिस्तान के आतंकी हाफिज सईद को संयुक्त राष्ट्र संघ(यूएनओ) के पत्र में साहब संबोधित किए जाने के सवाल पर यह बात कही है। वह वसुंधरा में एक निजी हॉस्पिटल के उद्घाटन समारोह में आई थीं।
संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से हाफिज सईद को भेजे गए पत्र में उसके नाम में साहब शब्द का इस्तेमाल किए जाने की बाबत जब लोकसभा अध्यक्ष से पूछा गया तो उनकी भाव-भंगिमा बदलती दिखाई दी। उन्होंने सवाल में रुचि न दिखाते हुए कहा कि अगर किसी को सम्मान दिया जाए और वह सुधर जाए तो अच्छी बात है। अब देखना है कि इससे हाफिज सईद पर कैसा असर पड़ेगा। लोकसभा में धर्म परिवर्तन संबंधी हंगामे के सवाल पर कहा कि संसद में हंगामा होता है लेकिन शून्यकाल और प्रश्नकाल में कई अहम मसलों पर चर्चा भी हुई है।
राज्यसभा में हंगामे के सवाल पर कहा कि राज्यसभा में तो वरिष्ठ लोग होते हैं, वहां हंगामा नहीं होना चाहिए। इससे पहले उन्होंने हॉस्पिटल के उद्घाटन भाषण में चिकित्सा शिक्षा महंगी होने पर ¨चता जताई। उन्होंने कहा कि जब लाखों रुपया चुका कर लोग चिकित्सक बनते हैं तो उनकी मानसिकता भी पैसा कमाने की बन जाती है। हमें चिकित्सा में सेवा भावना को प्रमुखता देनी होगी। उन्होंने कहा कि संसद में महंगी दवाओं और पूर्वी उत्तर प्रदेश में फैले दिमागी बुखार इन्सेफलाइटिस के बारे में चर्चा हुई है। एक सांसद ने रेलगाडि़यों में एंबुलेंस कोच की मांग उठाई है। इससे लोगों को फायदा पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा के सदस्य जनता से जुड़े मामलों में बेहद संवेदनशील हैं।