मौद्रिक नीति की समीक्षा में ब्याज दरों में बदलाव नहीं

नई दिल्ली। उद्योग जगत की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को पेश अपनी मौद्रिक नीति की समीक्षा में ब्याज दरों को यथावत रखा है।
रिजर्व बैंक ने महंगाई की ऊंची दरों का हवाला देकर ब्याज दरों में कटौती से इन्कार किया। आरबीआइ ने सीआरआर दर 4 फीसद, रेपो रेट 8 फीसद, रिवर्स रेपो रेट 7 फीसद बरकरार रखा है।
रिजर्व बैंक ने कहा कि यदि राजकोषीय स्थिति में सुधार और मुद्रास्फीतिक दबाव में कमी का मौजूदा रुझान जारी रहा तो 2015 के शुरुआती दोमाही समीक्षा में मौद्रिक नीति में बदलाव हो सकता है। आरबीआई मौजूदा वित्त वर्ष के लिए 5.5 प्रतिशत की वृद्धि दर के अनुमान पर कायम है।
उल्लेखनीय है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में विकास दर 5.3 फीसद रही है जो प्रथम तिमाही में 5.7 फीसद थी। इसके साथ ही विनिर्माण विकास दर 0.1 फीसद रही है, जिसके मद्देनजर उद्योग जगत ने मांग बढ़ाने के लिए ब्याज दरों में कमी का आग्रह किया था।
मौद्रिक नीति की समीक्षा पेश होने के बाद डॉलर के मुकाबले रुपया छह पैसे मजबूत होकर 61.94 रुपये प्रति डॉलर पर कारोबार कर रहा है।