नई दिल्ली। बीते दिन पेट्रोल और डीजल के दाम घटाने के बाद सोमवार को सरकारी तेल कंपनियों ने बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर में 113 रुपये की कमी का एलान कर दिया। इन कंपनियों ने विमान ईंधन (एटीएफ) के दामों में भी 4.1 फीसद की कमी की है। कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय मूल्य में भारी गिरावट के बाद तेल कंपनियों ने दाम घटाए हैं। ताजा कटौती के बाद दिल्ली में बगैर सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 752 रुपये हो गई है। अब तक 14.2 किलो का यह सिलेंडर 865 रुपये का पड़ता था।
इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम की ओर से बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर की कीमत में अगस्त के बाद से यह पांचवीं कटौती है। रसोई गैस सिलेंडर अब तक करीब 170 रुपये सस्ता होकर तीन साल के निचले स्तर पर आ चुका है। फिलहाल तीनों तेल मार्केटिंग कंपनियां उपभोक्ताओं को एक साल में सब्सिडी वाले 12 सिलेंडर दे रही हैं। इससे अधिक सिलेंडर लेने पर बाजार भाव चुकाने होते हैं।
तीनों सरकारी तेल कंपनियों ने रविवार को पेट्रोल के दामों में 91 पैसे और डीजल में 84 पैसे प्रति लीटर की कमी का एलान किया था। इस साल अगस्त के बाद से पेट्रोल के दामों में लगातार सातवीं बार और डीजल के दामों में लगातार तीसरी बार कटौती हुई है।
एटीएफ के भी घटे दाम
इसी तरह तेल कंपनियों की ओर से 4.1 फीसद की कटौती के बाद दिल्ली में विमान ईंधन के दाम 2,595 रुपये घटकर 59,943 रुपये प्रति किलोलीटर पर आ गए। इससे पहले एक नवंबर को भी एटीएफ कीमतों में 7.3 फीसद की भारी कमी की गई थी। अगस्त से विमान ईंधन के मूल्य में यह लगातार पांचवीं कटौती है। तब से एटीएफ 14.5 फीसद सस्ता हो चुका है। इससे आर्थिक मुश्किलों से घिरी एयरलाइनों ने खासी राहत की सांस ली है। अलबत्ता उनकी ओर से हवाई यात्रियों को किराये में कोई रियायत देने की बात नहीं कही गई है।
क्रूड पांच साल के निचले स्तर पर
तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक ने बीते गुरुवार को कच्चे तेल (क्रूड) के उत्पादन में कटौती करने से इन्कार कर दिया था। इसके चलते क्रूड के दामों में तब से गिरावट जारी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोमवार को लंदन ब्रेंट क्रूड के भाव घटकर 67.53 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए। यह ब्रेंट का पांच साल का सबसे निचला स्तर है। गुरुवार से कच्चा तेल अब तक 10 फीसद लुढ़क चुका है। विश्लेषकों का कहना है कि जल्दी ही यह 60 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक जा सकता है।