विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार में जुटी आप के लिए इन दो नेताओं का भाजपा में जाना बड़ा झटका साबित होगा। इस बीच, आप के समर्थक सोशल साइट पर भी सक्रिय हो गए हैं। वे ट्विटर परकेजरीवाल के मफलर को चुनावी कैंपेन का मुद्दा बना रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल जब दिल्ली के मुख्यमंत्री थे, तब उनकी खांसी के साथ उनका मफलर भी चर्चा में आ गया था। केजरीवाल के मफलर और खांसी को लेकर तब बहुत जोक्स भी प्रचलित हुए। लेकिन अब जब आम आदमी पार्टी (आप) दिल्ली विधानसभा के चुनाव की तैयारियों में जुटी है, तो पार्टी ने इसी मफलर और खांसी को जनसमर्थन हासिल करने के लिए एक नए औजार के तौर पर चुना है।
गुरुवार को सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ‘मफलरमैन’ हैशटैग काफी ट्रेंड में रहा। इस कैंपेन के जरिए आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल को एक ‘विनम्र सुपरहीरो’ के तौर पर प्रोजेक्ट कर रहे हैं। इस कैंपेन ने लोगों का खूब ध्यान खींचा और
सबसे ज्यादा ट्रेंड करने वाले हैशटैग में शुमार हो गया।
सबसे ज्यादा ट्रेंड करने वाले हैशटैग में शुमार हो गया।
एक पोस्टर में अरविंद केजरीवाल की तुलना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की गई है। इसमें लोगों से पूछा गया है – ‘आप किसे चुनेंगे, मफलरमैन को या ब्लफरमैन को, जबकि दूसरे कई पोस्टर फिल्मों के पोस्टरों से प्रेरित दिखे। एक अन्य पोस्टर हॉलीवुड फिल्म ‘अब्राहम लिंकन’ और ‘वैम्पायर्स हंटर’ से प्रेरित था, जिसमें केजरीवाल को करप्शन हंटर के तौर पर दिखाया गया।
हालांकि, पार्टी ने आधिकारिक तौर पर इस तरह के कैंपेन से इनकार किया है। पार्टी का कहना है कि कई युवा कार्यकर्ता पार्टी से जुड़े हैं जो सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं और ये काम उन्हीं का है। युवा कार्यकर्ता चाहते हैं कि मफलर का उपहास न उड़ाया जाए, बल्कि उसे एक प्रतीक के तौर पर देखा जाए।