जम्मू। जम्मू के रामगढ़ सेक्टर के कधार कोठे गांव में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ अभी तक जारी है। बीएसएफ के आईजी राजेश कुमार के मुताबिक आतंकियों से जारी इस मुठभेड़ में सेना के दो जवान भी शहीद हो गए हैं। वहीं सेना को तीन आतंकियों को ढ़ेर करने और एक को जीवित पकड़ने में सफलता मिली है। मुठभेड़ में तीन नागरिकों के भी मारे जाने की खबर है। सेना की ओर से अब इस लड़ाई में टैंक का इस्तेमाल करने की बात भी सामने आ रही है। इस बीच, सूचना आ रही है कि बांदी में आतंकियों ने एक सरपंच को गोली मारकर हत्या कर दी है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, हमला सुबह करीब 8.30 बजे किया गया था। साल 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध के दौरान सेना ने पक्के बंकर बनाए थे। इन्हीं में से एक बंकर में आतंकी छिपकर फायरिंग कर रहे हैं। यह बंकर अंतरराष्ट्रीय सीमा से तीन किमी दूर बने हुए हैं। सेना ने अरनिया से कथार गांव जाने वाले रास्ते को सील कर दिया है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।
यह हमला संयोग नहीं है : अब्दुल्ला
इस बीच जम्मू के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया है कि कुछ चीजें कभी नहीं बदलेंगी। सार्क सम्मेलन जारी है। भारत-पाकिस्तान के प्रधानमंत्री साथ हैं और जम्मू में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है। हमले का यह समय एक संयोग मात्र नहीं हो सकता। अर्निया में मारे गए सेना के अफसर के परिवार के साथ मेरी पूरी सहानुभूति है।
चुनाव में खलल की कोशिश
सेना के सूत्रों के अनुसार, घुसपैठ का यह ताजा मामला है। जम्मू में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में भारी मतदान के बाद चुनाव में खलल डालने के लिए आतंकियों ने हमला किया है।