महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्वाकांक्षी ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की शुरुआत की। वह दिल्ली के वाल्मीकि मंदिर पहुंचे और झाड़ू लगाकर इस मुहिम की शुरुआत की। 15 अगस्त को प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती तक देश को स्वच्छ बनाने का आह्वान किया था। गांधी जयंती पर शुरू हुए इस अभियान का लक्ष्य महात्मा गांधी के 150वें जन्म दिवस यानी 2019 तक देश को पूरी तरह से स्वच्छ बनाना है। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने खुद झाड़ू लगाई।
इसके बाद मोदी इंडिया गेट पहुंचकर देश के नागरिकों को स्वच्छता और सफाई के प्रति जिम्मेदार बनाने के लिए उन्हें शपथ दिलाएंगे।
शपथ पत्र में देश के नागरिक साल में 100 घंटे यानी सप्ताह में दो घंटे आसपास की सफाई करने की प्रतिज्ञा लेंगे। अभियान को प्रभावी तरीके से शुरू करने के लिए केंद्र सरकार के सभी मंत्रालय और कार्यालय दो अक्तूबर को खुले रहेंगे। मंत्रियों सहित केंद्र सरकार के करीब 31 लाख अधिकारी और कर्मचारी भी स्वच्छता को लेकर शपथ लेंगे।
स्वच्छता शपथ शीर्षक वाले इस पत्र में महात्मा गांधी की साफ-सफाई के प्रति जागरूकता को याद करते हुए कहा गया है कि उन्होंने भारत मां को आजाद करवाया और अब हमारा कर्त्तव्य है कि हम गंदगी को दूर कर भारत माता की सेवा करें।
दिलचस्प बात यह है कि शपथ पत्र में दुनिया के कई देशों में साफ सफाई को उनके लोगों की मेहनत और कोशिशों का परिणाम बताया गया है।
शपथ पत्र में कहा गया है, ‘मैं यह मानता हूं कि दुनिया के जो भी देश स्वच्छ दिखते हैं, उसका कारण यह है कि वहां के नागरिक गंदगी नहीं करते और न ही ऐसा होने देते हैं।’ विभिन्न मंत्रालयों ने स्वच्छता अभियान के लिए तैयारियां कर ली है। जगह जगह टेलीविजन सेट लगाए गए हैं।
स्वच्छ भारत अभियान को देखते हुए राजपथ की सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है। राजपथ पर ही प्रधानमंत्री झाड़ू लगाकर इस अभियान की शुरुआत करेंगे। बुधवार दोपहर एक बजे राजपथ के आसपास के सभी सरकारी दफ्तर बंद कर दिए गए। दिल्ली पुलिस ने दो बजे इन सभी दफ्तरों को सील कर दिया। आसपास के सभी भवनों पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।