
अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगे क्षेत्र में सड़क निर्माण पर चीन की आपत्ति पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कड़ा ऐतराज जताया है।
उन्होंने कहा है कि अब भारत एक मजबूत देश है और उसे कोई भी धमकी नहीं दे सकता। साथ ही उन्होंने कहा कि इन सबके बावजूद भारत-चीन सीमा विवाद को बातचीत से सुलझा लिया जाएगा।
सिंह बृहस्पतिवार को एनएसजी के 30वें स्थापना दिवस पर एनएसजी प्रशिक्षण केंद्र मानेसर में आयोजित समारोह में कहा कि भारत किसी की धमकियों से डरने वाला नहीं है और न ही किसी के धौंस में आने वाला है।
चीन का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि भारत की ताकत के बारे में किसी को कोई भ्रम नहीं होना चाहिए।
साथ ही राजनाथ सिंह ने अर्द्धसैनिक बलों के वित्तीय अधिकार बढ़ाने की बात कही। उन्होंने कहा कि अब तक देश की सुरक्षा के लिए खरीदे जाने वाले हथियार व अन्य मदों में भारी बढ़ोतरी की गई है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने एनएसजी में महिला कमांडो की संख्या बढ़ाने का भी संकेत दिया। गौरतलब है कि अरुणाचल में सड़क निर्माण चीन ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यह फैसला दोनों देशों के संबंधों में तनाव ला सकता है।
चीन के मुताबिक भारत को विवादित इलाके में ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे दोनों देशों के संबंधों में जटिलता पैदा हो। दरअसल, गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने दो दिन पहले ऐलान किया था कि भारत अरुणाचल प्रदेश में करीब 2000 किमी. सड़क बना रहा है।
चीन सीमावर्ती इलाके में भारत के किसी भी निर्माण का तीखा विरोध करता है, जबकि उसने अपनी तरफ सड़कों का लंबा नेटवर्क तैयार कर लिया है।