युद्धस्थल बनी सीमा, तीन जवानों सहित 14 घायल
जम्मू – बौखलाई पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार लगातार दूसरे दिन भी जम्मू और पुंछ में ताबड़तोड़ गोलीबारी जारी रखी। पड़ोसी मुल्क ने जम्मू में 40 और पुंछ में 30 चौकियों को मिलाकर करीब 70 सुरक्षा ठिकानों को निशाना बनाया। 40 से अधिक रिहायशी इलाकों में भी मोर्टार के गोले बरसाए गए। इसमें सेना के तीन जवानों सहित 14 लोग घायल हो गए। कई मवेशी मारे गए और घरों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। शाम करीब आठ बजे के बाद पाकिस्तान ने जम्मू व पुंछ सीमा पर फिर से भारी गोलीबारी शुरू कर दी, जो देर रात तक जारी रही। भारतीय सुरक्षाबलों ने भी पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया है।
पिछले दो दिनों में पाकिस्तानी गोलीबारी में पांच लोगों की मौत और 45 लोग घायल हो चुके हैं। 30 से ज्यादा गांव खाली करवा लिए गए हैं और लोगों को सरकारी स्कूलों व राहत शिविरों में ठहराया गया है। पाकिस्तान ने सोमवार रात करीब साढ़े नौ बजे ही सांबा के रामगढ़, जम्मू जिले के आरएसपुरा, अरनिया, कानाचक्क व अखनूर के परगवाल सहित कई क्षेत्रों में भारी गोलीबारी शुरू कर दी थी, जो मंगलवार सुबह साढ़े छह बजे तक जारी रही।
इस दौरान अरनिया की पीतल, पिंडी, चिनाज, स्टाप टू, टैंट गार्ड, कोट कुब्बा, निकोवाल, जबोवाल, आरएसपुरा की अब्दुल्लियां सहित कई पोस्टों पर पाकिस्तान ने खूब गोलाबारी की। आरएसपुरा सेक्टर के गांव कोरोटना खुर्द, अब्दुल्लियां, गोपड़ बस्ती में लोगों के घरों में गोलियां व शेल गिरे।
अखनूर के परगवाल इलाके में चक्क फगवाडी, मालाबेला, टेंट, बेला जमाला, गढ़खाल चौकियों पर भी पाकिस्तान ने रात भर मोर्टार शेल दाग कर दहशत फैला दी। जम्मू में डेरा डाले बैठे बीएसएफ के डीजी डीके पाठक ने सीमांत क्षेत्रों का दौरा कर गोलाबारी से उपजे हालात का जायजा लिया। उनके साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजी के. राजेंद्र ने भी अरनिया कस्बे के विस्थापितों के लिए बनाए गए राहत शिविरों का दौरा किया।
पाक सेना की हलचल तेज
पाकिस्तानी सेना ने अपनी हलचल तेज कर दी है। सीमा पार सैनिकों की संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है। इसके साथ सीमा से सटे गांवों को भी खाली करवाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, सीमा पार पाक सेना की कुछ नई बटालियन पहुंच गई हैं जिनमें बलूच रेजीमेंट व मुजाहिद रेजीमेंट शामिल है।