खरखौदा गैंगरेप: पिता ने बताया, बगावती क्यों हुई बेटी

लव जिहाद के बहुचर्चित खरखौदा (मेरठ) प्रकरण में पीड़ित युवती के पिता ने कहा कि उसकी बेटी ने अपने परिजनों से बगावत मुख्य आरोपी कलीम पक्ष के ही सद्दाम के बहकावे में की। बेटी से सद्दाम ने कहा कि जेल में बंद कलीम दीवारों से सिर पीट पीटकर मर रहा है, उसे बचा लो। सद्दाम ने कई दिन तक उसकी बेटी से संपर्क किया और उसे डराया-धमकाया।
युवती के पिता का कहना है कि तीन अगस्त से लेकर अब तक युवती पर परिजनों द्वारा किसी प्रकार का दबाव नहीं डाला गया। वह जो भी बोल रही है, सद्दाम के दबाव में ही बोल रही है। युवती द्वारा मारपीट और जान से मारने की धमकी की रिपोर्ट को भी पिता ने निराधार बताया है। पिता का कहना है कि केस की सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए, क्योंकि दूसरे पक्ष के लोग केस को खत्म कराने पर आमादा हैं। पिता का कहना है कि सद्दाम ने उन्हें भी धमकाया कि ज्यादा पैरवी की या विरोध किया, तो इकलौते बेटे और परिवार को जान से मार दिया जाएगा।
मंगलवार को परिजनों ने कोर्ट से गुहार लगाई कि उन्हें बेटी से मिलवाया जाए। रविवार को कोर्ट के आदेश पर युवती को नारी निकेतन भेजा गया था। सपा एमएलसी सरोजनी अग्रवाल भी मंगलवार दोपहर सामाजिक संगठन से जुड़ी महिलाओं के साथ नारी निकेतन पहुंचीं। मगर पीड़िता से उनकी भी मुलाकात नहीं हो सकी।
लव जिहाद के बहुचर्चित खरखौदा (मेरठ) प्रकरण में पीड़ित युवती के पिता ने कहा कि उसकी बेटी ने अपने परिजनों से बगावत मुख्य आरोपी कलीम पक्ष के ही सद्दाम के बहकावे में की। बेटी से सद्दाम ने कहा कि जेल में बंद कलीम दीवारों से सिर पीट पीटकर मर रहा है, उसे बचा लो। सद्दाम ने कई दिन तक उसकी बेटी से संपर्क किया और उसे डराया-धमकाया।
युवती के पिता का कहना है कि तीन अगस्त से लेकर अब तक युवती पर परिजनों द्वारा किसी प्रकार का दबाव नहीं डाला गया। वह जो भी बोल रही है, सद्दाम के दबाव में ही बोल रही है। युवती द्वारा मारपीट और जान से मारने की धमकी की रिपोर्ट को भी पिता ने निराधार बताया है। पिता का कहना है कि केस की सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए, क्योंकि दूसरे पक्ष के लोग केस को खत्म कराने पर आमादा हैं। पिता का कहना है कि सद्दाम ने उन्हें भी धमकाया कि ज्यादा पैरवी की या विरोध किया, तो इकलौते बेटे और परिवार को जान से मार दिया जाएगा।
मंगलवार को परिजनों ने कोर्ट से गुहार लगाई कि उन्हें बेटी से मिलवाया जाए। रविवार को कोर्ट के आदेश पर युवती को नारी निकेतन भेजा गया था। सपा एमएलसी सरोजनी अग्रवाल भी मंगलवार दोपहर सामाजिक संगठन से जुड़ी महिलाओं के साथ नारी निकेतन पहुंचीं। मगर पीड़िता से उनकी भी मुलाकात नहीं हो सकी।