आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में नया ऑफिस ढूंढ लिया है। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है पार्टी सभी सुविधाओं से लैस दफ्तर चुना है और वह इसके लिए मोटी रकम चुका रही है। पार्टी का पिछला दफ्तर कनॉट प्लेस में था, जिसका किराया बाजार कीमत पर था। लेकिन पड़ोसियों को होने वाली परेशानी के चलते आप को यह दफ्तर छोड़ना पड़ा।
दरअसल, पार्टी दफ्तार रोजाना लोगों का जमावड़ा होता था। उनके वाहनों की संख्या भी बेहद अधिक थी, लेकिन दफ्तर में उतनी जगह नहीं थी। इसके चलते पड़ोसियों को खासी परेशानी झेलनी पड़ती थी। इसलिए पड़ोसियों ने पुलिस और कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया।
वहां से ऑफिस छोड़ने के बाद आप का सारा कामकाज दिल्ली में सरकार रहते मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मिले सरकारी बंगले में चलता था। लेकिन बाद में केजरीवाल को वह बंगला खाली करना पड़ा था। तब पूरी पार्टी ने मिलकर केजरी के दिल्ली में दूसरा घर ढूंढा पर सफल नहीं हुए। अंततः केजरी गाजियाबाद के कौशांबी स्थित अपनी पत्नी को मिले अपार्टमेंट में लौट आए।
लेकिन समस्या ये कि अपार्टमेंट वालों ने उनके आगे वहां पर राजनीतिक गतिविधियां न करने की शर्त रख दी। इसके बाद पार्टी लगातार दिल्ली में ऑफिस पाने के लिए प्रयासरत थी। पर कोई देने को राजी नहीं था। अंत में पार्टी ने एक मोटी रकम वाली बिल्डिंग किराये पर लेकर इसमें अपना ऑफिस बना रही है।
आम आदमी पार्टी का नया दफ्तर दिल्ली के पटेलनगर में है। इस आफिस का किराया साढे़ तीन लाख के करीब बताया जा रहा है। आप इसके किराये से अंदाजा लगा सकते हैं कि आप किस कदर ताकत झोंक दी है।
इस संबंध में आप सचिव पंकज गुप्ता का कहना है कि जगह की कमी के चलते नया दफ्तर खोला गया है। उनके मुताबिक आम आदमी पार्टी अब महज दिल्ली की पार्टी नहीं रह गई है।
अब यह एक राष्ट्रीय पार्टी बन गई है, इसके लिए पार्टी को एक बड़े दफ्तर की जरूरत थी। पहले वाले दफ्तर में मीटिंग करने में दिक्कत आने लगी थी। नये दफ्तर में मीडिया के लिए भी जगह बनाई गई है।