कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया- मार्क्सवादी (सीपीएम) महासचिव प्रकाश करात ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को बड़ी चुनौती बताते हुए कार्यकर्ताओं से जमीनी स्तर पर काम करने को कहा है। करात ने एक समारोह में कहा, ‘संघ की राजनीतिक, वैचारिक और सांगठनिक शक्ति से मुकाबले के लिए सिर्फ संपादकीय लिखना ही काफी नहीं, कार्यकर्ताओं को अधिक सक्रिय होना पड़ेगा।’
पार्टी नेता एम बासवपुनैया की 100वें जन्मदिवस के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए करात ने कहा, ‘संघ चुनाव लड़ता नहीं पर वह बीजेपी में अपने लोगों को भेजता है जो चुनाव लड़ते हैं। संघ अपने सामाजिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यों के जरिए जमीनी स्तर पर काम करता है।’
करात ने कहा, ‘संघ से मुकाबला करने के लिए सिर्फ संपादकीय लिखना ही काफी नहीं होगा बल्कि हमें राजनीतिक, वैचारिक और सांगठनिक तौर पर जमीनी स्तर पर काम करना होगा जिससे आरएसएस का मुकाबला किया जा सके।’
करात ने शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार पर भी हमला बोला। करात ने कहा कि बीजेपी की जीत ने ‘हिंदुत्ववादी ताकतों’ के हौंसले बढ़ा दिए हैं, इस वजह से देश में सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं बढ़ी हैं।
कम्युनिस्ट नेता ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को भी निशाने पर लिया। शाह रविवार को पश्चिम बंगाल के दौरे पर आ रहे हैं।