महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच सीट बंटवारे को लेकर हो रहा विवाद खत्म होता नजर आ रहा है। खबर है कि भाजपा ने राज्य में 135 सीटों पर लड़ने की जिद छोड़ दी है और शिवसेना की शर्तें मान ली हैं।
एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक, बुधवार देर रात केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी ने स्थानीय भाजपा नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने शिवसेना की शर्तों को स्वीकार करने के लिए स्थानीय नेताओं को मनाया, जिसके बाद 119 सीटों की एक सूची केंद्रीय नेतृत्व को भेज दी गई।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना को फैसले से अवगत करा दिया गया है। नीतिन गडकरी के साथ हुई बैठक में राज्य भाजपा इकाई के अध्यक्ष देवेंद्र फड़नवीस, एकनाथ खाडसे, विनोद तावड़े और सुधीर मुंगतिवार शामिल थे।
माना जा रहा है कि भाजपा ने ये समझौता विधानसभा चुनावों में हुई हार के मद्देनजर किया है। पार्टी की राज्य इकाई ने बुधवार को मुंबई में अध्यक्ष अमित शाह से भी मुलाकात की थी।
सीट समझौते को लेकर हुए तनाव के कारण महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना गठबंधन टूटन के आशंका जताई जा रही थी। बुधवार को राज्य में राजग के अन्य घटक दलों के नेताओं ने भी भाजपा-शिवसेना के बीच समझौता कराने की कोशिश की थी।
लोकसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना के साथ कई पार्टियों का महागठबंधन बना था। इस घटक दल के सदस्य सांसद राजू शेट्टी, आरपीआई के रामदास आठवले राष्ट्रीय समाज पार्टी के अध्यक्ष महादेव जानकर और शिवसंग्राम के विनायक मेटे ने पहले उद्धव ठाकरे और फिर भाजपा नेताओं के साथ मुलाकात की।
राजू शेट्टी ने गठबंधन जारी रखने के लिए जहां उद्धव ठाकरे को मन बड़ा करने की सलाह दी वहीं भाजपा नेताओं से भी बीच का रास्ता निकालने की गुजारिश की है।
शेट्टी ने कहा कि राज्य में 15 साल से कांग्रेस-एनसीपी का ग्रहण लगा है, जिसे हटाया जा सकता है। महादेव जानकर ने दावा किया कि दो दिन में गठबंधन पर फैसला हो जाएगा।