राष्ट्रीय लोक दल प्रमुख अजित सिंह की कोठी को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग कर दिल्ली का पानी बंद करने पहुंचे रालोद कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हो गई।
गुस्साए कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जवाब में पुलिस ने रबड़ बुलेट और आंसू गैस के गोले छोड़े। पथराव में 50 से अधिक लोग जख्मी हो गए।
पुलिस के कड़े बंदोबस्त के बावजूद गंग नहर का पानी रोक दिया गया है। अजित सिंह समर्थकों ने गंग नदी पर बने वाटर रेग्यूलेटर पर कब्जा कर लिया है। इस नदी से दिल्ली के कई इलाकों में पानी की सप्लाई होती है।
सूचना पर पुलिस और प्रशासन के आला अफसर मौके पर पहुंचे गए हैं। पीएसी की कई कंपनियां मौके पर तैनात कर दी गई हैं।
गौरतलब है कि नई दिल्ली के 12 तुगलक रोड स्थित चौधरी अजित सिंह के आशियाने को बचाने के लिए रालोद और भाकियू कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को दिल्ली की जलापूर्ति ठप कर देने की चेतावनी पहले ही दे रखी थी।
इससे पहले बुधवार दोपहर डीएम विमल कुमार की अगुवाई में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने सोनिया विहार रेगूलेटर का दौरा किया। डीएम का कहना है कि किसी भी कीमत पर दिल्ली का पानी नहीं रोकने दिया जाएगा।
बुधवार दोपहर डीएम विमल कुमार, एसएसपी धर्मेेंद यादव, एडीएमई उदय सिंह, एसपी ग्रामीण जगदीश शर्मा, एसडीएम मोदीनगर कृष्णा करूणेश, सीओ सदर राजेश पांडेय, सीओ मोदीनगर और जल निगम के अधिकारी सोनिया विहार रेगूलेटर पर पहुंचे।
अधिकारियों ने रालोद और भाकियू के मंसूबों को रोकने की रणनीति तैयार की। एसपी देहात जगदीश शर्मा ने बताया कि बुधवार देर रात से ही मुरादनगर बार्डर सील कर दिया गया।